गुजरात सरकार के पेंशनर्स के लिए गुड न्यूज, डाकघरों के माध्यम से निःशुल्क बन रहा डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र

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इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक और गुजरात सरकार के वित्त विभाग के मध्य हुए समझौते से 5 लाख से अधिक पेंशनर्स को घर बैठे जीवन प्रमाण पत्र हेतु सहूलियत

गुजरात सरकार के पेंशनर्स को जीवन प्रमाणपत्र के लिए चक्कर लगाने से निजात, नजदीकी पोस्ट ऑफिस या घर बैठे पोस्टमैन के माध्यम से बन रहा डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट

गुजरात सरकार के विभिन्न विभागों से रिटायर्ड हुए पेंशनर्स को जीवन प्रमाण पत्र हेतु वेरिफिकेशन के लिए अब कोषागार, बैंक या किसी अन्य कार्यालय में जाने की आवश्यकता नहीं है। उत्तर गुजरात परिक्षेत्र, अहमदाबाद के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि गुजरात सरकार के वित्त विभाग और इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के बीच हुए एक समझौते (MoU) के तहत पेंशनर्स को डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र की सुविधा डाकघरों में या उनके घर पर निःशुल्क उपलब्ध कराई जा रही है। इस संबंध में शुल्क का वहन राज्य सरकार द्वारा किया जायेगा। यह सेवा राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र द्वारा विकसित जीवन प्रमाण एप्लिकेशन के माध्यम से दी जा रही है। पूरे गुजरात राज्य में पोस्ट ऑफिस काउंटर्स के साथ-साथ पोस्टमैन और ग्रामीण डाक सेवकों के माध्यम से यह सुविधा 31 जुलाई तक निःशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी। उल्लेखनीय है कि जब प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 2018 में देशभर में इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक का शुभारंभ किया था, तो मुख्य विजन आपके दरवाजे के जरिए बैंकिंग सेवाएं देना था। इसी दृष्टिकोण के तहत डाक विभाग और गुजरात सरकार ने यह पहल की है।

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि इस पहल का उद्देश्य फेस ऑथेंटिकेशन (चेहरा प्रमाणीकरण) तकनीक और फिंगरप्रिंट बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन की डिजिटल प्रक्रिया के उपयोग को बढ़ावा देना है, जिससे सभी पेंशनर्स, विशेष रूप से दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वालों को सुविधाजनक सेवाएं मिल सकें।

इसके लिए पेंशनर को आधार नंबर, मोबाइल नंबर और पीपीओ नंबर देना होगा। प्रमाण पत्र जनरेशन प्रक्रिया पूरी होने पर, पेंशनर को उसके मोबाइल नंबर पर प्रमाण आईडी एस.एम.एस द्वारा प्राप्त होगा और प्रमाण पत्र को https://jeevanpramaan.gov.in/ppouser/login पर डाउनलोड किया जा सकेगा। यह पहल न केवल पेंशनर की सुविधा बढ़ाती है, बल्कि उन्हें यात्रा और समय की परेशानी से भी बचाती है। पेंशनभोगियों को डिजिटल बायोमेट्रिक सर्टिफिकेशन के जरिए कुछ ही मिनटों में डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट जारी कर दिया जाएगा, जिसकी डिजिटल कॉपी भी पेंशन ऑफिस में पहुंच जाएगी। इस निर्णय से गुजरात राज्य के 5 लाख से अधिक पेंशनर्स को इस सेवा का लाभ मिलेगा। अन्य राज्यों में रहने वाले गुजरात के पेंशनभोगियों को भी इस सेवा का लाभ मिलेगा। इसके लिए उन्हें नजदीकी डाकघर या डाकिये से संपर्क करना होगा।

साथ ही, पेंशनर डाकिया के माध्यम से आधार सक्षम भुगतान प्रणाली का उपयोग कर घर बैठे ही अपने बैंक खाते से पेंशन राशि निकाल सकते हैं, जिससे डाक विभाग की यह सेवा पूर्णतः सुविधाजनक और सुलभ बन जाती है।

-up18News