दिल्ली शराब नीति केस: मनीष सिसोदिया की जमानत पर सुनवाई टली

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जमानत के लिए सिसादिया के वकील दयान कृष्णन की दलीलें

मोबाइल फोन सीज हो चुका है। अन्य फोन सेट को लेकर हम जवाब दे चुके हैं।
मनीष की पत्नी बीमार हैं और बेटा विदेश में पढ़ता है। पत्नी की देखभाल करने वाला कोई नहीं है।
CBI जांच में सहयोग कर रहे हैं, तलाशी में उनके खिलाफ कोई आपत्तिजनक सामग्री सामने नहीं आई है।
हिरासत में पूछताछ की अब आवश्यकता नहीं है और भागने का जोखिम नहीं है।
सिसोदिया एक लोक सेवक हैं, लेकिन दो अन्य लोकसेवक, जिनके खिलाफ गंभीर आरोप हैं, उनको गिरफ्तार नहीं किया गया है।

जमानत के विरोध में एजेंसी की दलील

सिसोदिया सरकार में इतने उच्च पद पर हैं कि वह आसानी से न केवल सबूतों को छिपा सकते हैं, बल्कि नष्ट भी कर सकते हैं।

CBI को मिली सिसोदिया की 14 दिन की रिमांड

सोमवार को कोर्ट ने CBI को फिर सिसोदिया की 14 दिन की रिमांड दे दी। जांच एजेंसी ने उन्हें 26 फरवरी को 8 घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था।

27 मार्च को एजेंसी ने उन्हें कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने सिसोदिया को 7 दिन (4 मार्च) की CBI रिमांड में भेज दिया। फिर 4 मार्च को अदालत ने एजेंसी को पूर्व डिप्टी CM की 2 दिन (6 मार्च) की कस्टडी दे दी थी।

वहीं, 6 मार्च की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने CBI ने कहा था कि सिसोदिया की और रिमांड नहीं मांगी जा रही है, लेकिन अगले 15 दिनों में जरूरत पड़ने पर दोबारा कस्टडी मांगी जा सकती है। इसके बाद कोर्ट ने सिसोदिया को 14 दिन (20 मार्च) की न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेज दिया था। यहां से उन्हें ED ने गिरफ्तार कर लिया था।

बता दें कि CBI और ED दोनों ही शराब नीति केस की जांच कर रही हैं। फिलहाल सिसोदिया 22 मार्च तक ED की कस्टडी में हैं। इसीलिए सोमवार को ED ने उन्हें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया। स्पेशल जज एमके नागपाल ने 3 अप्रैल तक कस्टडी बढ़ा दी।

सिसोदिया के मोबाइल से मिले डेटा का एनालिसिस कर रही ED

ED ने कोर्ट में कहा था कि LG ने जब इस मामले की शिकायत की तो सिसोदिया ने अपना फोन बदल दिया था, लेकिन एजेंसी ने उनके मोबाइल डेटा को फिर से निकाल लिया है। अब एजेंसी उनके ईमेल और मोबाइल फोन से निकाले गए डेटा का एनालिसिस कर रही है। अभी हमें सिसोदिया से और सवाल पूछने हैं।

ED के वकील जोहैब हुसैन ने कहा था कि सिसोदिया के असिस्टेंट विजय नायर इस पूरी साजिश को कोऑर्डिनेट कर रहे थे। इस घोटाले में सरकारी तंत्र, बिचौलिये और कई अन्य लोग शामिल हैं। ये साजिश नायर, सिसोदिया, तेलंगाना के चीफ मिनिस्टर के चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता और कई दूसरे लोगों ने मिलकर रची। इस मामले में 219 करोड़ रुपए के मनी ट्रेल का पता चला है।

Compiled: up18 News