कांग्रेस ने ‘भारत जोड़ो’ यात्रा से संबंधित वेबसाइट और पुस्तिका का विमोचन किया

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पार्टी ने यह भी कहा कि इस यात्रा के जरिये बड़े पैमाने पर जनसंपर्क अभियान चलाया जाएगा।

पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह और महासचिव जयराम रमेश ने इस यात्रा के लोगो, पुस्तिका और वेबसाइट का विमोचन किया। इस यात्रा के लिए टैगलाइन ‘मिले कदम, जुड़े वतन’ होगी।

दिग्विजय सिंह ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘इस देश में नफरत का माहौल बना हुआ है, व्यवस्था भारतीय संविधान के विपरीत काम कर रही है, महंगाई-बेरोजगारी बढ़ती जा रही है, आर्थिक-सामाजिक दूरियां बढ़ती जा रही हैं, धार्मिक उन्माद फैलाया जा रहा है, नफरत फैलाई जा रही है, एक-दूसरे की आस्था पर प्रश्नचिन्ह लगाया जा रहा है; ऐसे माहौल में भारत जोड़ो यात्रा देश के लिए आवश्यक है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यह यात्रा देशहित में है। हम इस यात्रा को दलगत नहीं बनाना चाहते हैं।’’

सिंह ने बताया, ‘‘100 पदयात्री होंगे जो शुरू से आखिर तक चलेंगे। वो ‘भारत यात्री’ होंगे। जिन प्रदेशों से यह यात्रा नहीं गुजर रही है उसके 100-100 लोग इसमें शामिल होंगे, ये लोग अतिथि यात्री होंगे। जिन प्रदेशों से यात्रा गुजरेगी उनसे 100-100 यात्री शामिल होंगे। ये प्रदेश यात्री होंगे। एक समय इसमें 300 पदयात्री शामिल रहेंगे।’’

उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘राहुल गांधी देश के बड़े नेता हैं और यात्रा में ‘भारत यात्री’ होंगे।’’

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘देश में इतने बड़े पैमाने पर न कोई पदयात्रा हुई है न कोई जनसंपर्क अभियान हुआ है। हमें इस बात पर गर्व है कि जिस कांग्रेस ने जन आंदोलन से देश को आजाद कराया, वह अब सामाजिक समरसता को दोबारा वापस लाने और जनता को मुखर करने के लिए यात्रा निकालने जा रही है।’’

जयराम रमेश ने कहा, ‘‘हमारे देश में आर्थिक चुनौतियां हैं, विषमताएं बढ़ती जा रही हैं, एक तरीके से राजनीतिक विभाजन हो रहा है। इसलिए भारत को जोड़ना है।’’

कांग्रेस की यह यात्रा तमिलनाडु के कन्याकुमारी से सात सितंबर को आरंभ होगी और इसके तहत 12 राज्यों तथा दो केंद्रशासित प्रदेशों से होते हुए 3500 किलोमीटर की दूरी तय होगी। यात्रा के पूरा होने में 150 दिनों का समय लगेगा।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी की प्रस्तावित इस ‘भारत जोड़ो’ यात्रा के संदर्भ में सोमवार को सिविल सोसायटी के कई प्रमुख लोगों के साथ बैठक की और कहा कि यह यात्रा उनके लिए ‘तपस्या’ की तरह है तथा भारत को एकजुट करने की लंबी लड़ाई के लिए वह तैयार हैं।

बैठक के बाद सिविल सोसायटी के प्रतिनिधियों ने घोषणा की कि वे देश को जोड़ने के इस अभियान से जुड़ेंगे और आने वाले दिनों में इसके समर्थन में अपील भी जारी करेंगे।

-एजेंसी