सर्च इंजन प्लेटफॉर्म गूगल का दबदबा लंबे वक्त से जारी है। सर्च इंजन की दुनिया में गूगल करीब 90 फीसद हिस्सेदारी रखता है, लेकिन अब गूगल के बुरे दिन शुरू हो गए है क्योंकि Samsung और Apple जैसी कंपनियों ने गूगल से दूरी बनानी शुरू कर दी है।
दरअसल, अभी तक Samsung और Apple के स्मार्टफोन में डिफॉल्ट तौर पर Google सर्च इंजन दिया जाता था जिससे गूगल को सालाना मोटी कमाई होती थी।
अब मार्केट में AI बेस्ड ने सर्च इंजन Microsoft Bing की एंट्री हो चुकी है, जो सर्चिंग के मामले में गूगल से कहीं बेहतर है। ऐसे में Samsung ने गूगल के डिफॉल्ट सर्च इंजन को छोड़कर अपने स्मार्टफोन में Bing देने का निर्णय लिया है। ऐसे में गूगल को अपने नुकसान की चिंता सताने लगी है।
Samsung फोन में डिफॉल्ट तौर पर गूगल सर्च इंजन देने से गूगल कंपनी को सालाना तौर पर करीब 3 बिलियन डॉलर का रेवेन्यू मिलता था। ऐसे में गूगल को बड़ा नुकसान होने की संभावना है। साथ ही अगर Apple भी Samsung की तरह अपने स्मार्टफोन में Bing सर्च इंजन देने शुरू कर देता है तो इससे google को सालाना करीब 20 बिलियन डॉलर हो जाता है।
गूगल को सता रही नुकसान की चिंता
गूगल को अपने कारोबारी की चिंता सताने लगी है। ऐसे में गूगल की तरफ से AI बेस्ड नए सर्च इंजन पर काम करना शुरू कर दिया गया है, जिसे जल्द कंपनी लॉन्च कर सकती है। इसके लिए गूगल ने एक नए प्रोजेकट Magi पर काम शुरू किया है जो ChatGPT जैसे AI चैटबॉट बनाएगा। गूगल सर्च का कारोबार साल 2022 में करीब 162 बिलियन डॉलर का था। हालांकि AI बेस्ड सर्च इंजन से गूगल को नुकसान की संभावना जताई जा रही है।
Compiled: up18 News