एयर इंडिया के साथ विस्तारा के विलय को सीसीआई ने मंजूरी दी

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प्रतिबद्धताओं के अनुसार एयर इंडिया ने स्वेच्छा से घरेलू और विदेशी मार्गों पर कुछ अतिव्यापी ओ एंड डी (उत्पत्ति और गंतव्य) पर “न्यूनतम क्षमता/आपूर्ति स्तर” बनाए रखने की पेशकश की है।

एयर इंडिया और सिंगापुर एयरलाइंस दिल्ली-सिडनी और दिल्ली-पेरिस सहित विभिन्न घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय हवाई मार्गों पर न्यूनतम क्षमता सुनिश्चित करेंगी।

सीसीआई के 73 पन्नों के आदेश के अनुसार घरेलू खंड में भुवनेश्वर-दिल्ली, बेंगलुरु-गुवाहाटी, कोचीन-दिल्ली, दिल्ली-तिरुवनंतपुरम, अमृतसर-दिल्ली, भुवनेश्वर-मुंबई और बेंगलुरु-दिल्ली शामिल हैं। जिन अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर एयर इंडिया न्यूनतम क्षमता/आपूर्ति स्तर बनाए रखेगी, उनमें दिल्ली-सिडनी, दिल्ली-मेलबर्न, दिल्ली-पेरिस और दिल्ली-फ्रैंकफर्ट शामिल हैं। इन घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर एयर इंडिया और विस्तारा दोनों उड़ानें संचालित करती हैं। इसके अलावा, एयर इंडिया और सिंगापुर एयरलाइंस भारत और सिंगापुर के बीच कुछ अतिव्यापी ओएंडडी जोड़े – दिल्ली-सिंगापुर, मुंबई-सिंगापुर, तिरुचिरापल्ली-सिंगापुर और चेन्नई-सिंगापुर के संबंध में न्यूनतम क्षमता/आपूर्ति स्तर बनाए रखेंगे।

जारी आदेश में आयोग ने कहा है कि पार्टियों द्वारा प्रस्तावित स्वैच्छिक क्षमता प्रतिबद्धताओं से प्रतिस्पर्धा संबंधी संभावित चिंताओं का समाधान होता प्रतीत होता है और इसलिए मामले में जांच आगे नहीं बढ़ाने का फैसला किया गया है।

विलय सौदा भारत के तेजी से बढ़ते विमानन क्षेत्र में एक प्रमुख समेकन को चिह्नित करेगा। विलय पूरा होने के बाद सिंगापुर एयरलाइंस को तरजीही आवंटन के जरिये विलय के बाद बनने वाली इकाई में अतिरिक्त शेयर आवंटित किए जाएंगे। इस सौदे से एयर इंडिया देश की सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय विमानन कंपनी और दूसरी सबसे बड़ी घरेलू विमानन कंपनी बन जाएगी।

एयर इंडिया एक्सप्रेस और एआईएक्स कनेक्ट (पहले एयरएशिया इंडिया के नाम से जाना जाता था) के विलय की प्रक्रिया चल रही है। टाटा समूह की चार विमानन कंपनियां एयर इंडिया, एयर इंडिया एक्सप्रेस, एआईएक्स कनेक्ट और विस्तारा हैं जिसमें सिंगापुर एयरलाइंस की 73 प्रतिशत हिस्सेदारी है।

Compiled: up18 News