चुनाव के समय खंडित न हो भाईचारे का भाव

चुनाव में कुछ लोगों द्वारा इसे आपसी साख का प्रश्न बना लिया जाता है जो धीरे-धीरे जहर का रूप ले लेता है। बढ़ती प्रतिद्धंद्विता रिश्तों का क़त्ल करने लगती है। अगर कोई ऐसे समय साथ न दे तो मित्र भी दुश्मन लगने लग जाते है। मगर यह हमारी भूल है। कोई भी चुनाव आखरी नहीं […]

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आधुनिकता की दौड़ में खोता अपनापन……

भारत हमेशा से “वसुधैव कुटुम्बकम” के सिद्धांत पर विश्वास करने वाला देश रहा है। एक समय भारत ऐसा देश था जहां संयुक्त परिवार जीवन का अभिन्न हिस्सा हुआ करते थे। यह वही देश है जहां तीन-चार पीढ़ियां एक ही छत के नीचे रहा करती थी। हर उम्र के लोग एक दूसरे के साथ हंसी-खुशी के […]

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जलवायु परिवर्तन: दोस्ती चाहती हैं आक्रामक प्रजातियाँ

आक्रामक प्रजातियों को नियंत्रित करने के उद्देश्य से किए गए कई प्रयास अप्रभावी और अत्यधिक समय की मांग करने वाले साबित हुए हैं। ये प्रजातियाँ अक्सर अपने पारिस्थितिकी तंत्र में गहराई से समा जाती हैं, जिससे उनका उन्मूलन मुश्किल हो जाता है। उदाहरण के लिए, आक्रामक पौधों की प्रजातियों को खत्म करने के लिए इस्तेमाल […]

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‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ कराने से क्या बदलाव आएगा?

एक राष्ट्र एक चुनाव के संभावित लाभों के बावजूद, आलोचकों ने लोकतांत्रिक भावना, स्थानीय चिंताओं पर राष्ट्रीय मुद्दों के प्रभुत्व तथा संवैधानिक संशोधनों की आवश्यकता के बारे में चिंता व्यक्त की है। एक राष्ट्र एक चुनाव भारत में विभिन्न राज्यों की अद्वितीय राजनीतिक गतिशीलता और क्षेत्रीय हितों को कमजोर कर सकता है, क्योंकि यह एक […]

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देर से सही आखिर एक देश एक चुनाव बिल को कैबिनेट में पास होना ऐतिहासिक कदम: पूरन डावर

देर से सही आखिर एक देश एक चुनाव बिल को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी अब लोकसभा व राजसभा से पास कराना है। यह बिल उतना ही महत्वपूर्ण है जितना जनसंख्या नियंत्रण और एक देश एक कानून। पूरे 5 वर्ष देश के किसी न किसी राज्य में चुनाव, आचार संहिता, लुभावने वायदे देश के लिए […]

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हिंदी दिवस विशेष: मातृभाषा हमें सामाजिक और सांस्कृतिक ताने-बाने से जोड़ती है

मातृभाषा में पढाई वैचारिक समझ के आधार पर एक घरेलू प्रणाली के साथ सीखने और परीक्षा-आधारित शिक्षा की रट विधि को बदलने में मदद करेगा। जिसका उद्देश्य छात्र के अपनी भाषा में ज्ञानात्मक कौशल को सुधारना है, ताकि वह अन्य भाषाओँ के बोझ तले न दब सके और चाव से अपनी प्राथमिक शिक्षा को पूर्ण […]

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पंजाब और हरियाणा में गहराता गंभीर जल संकट

हरित क्रांति के बाद, पंजाब और हरियाणा मुख्य खरीफ फसल के रूप में धान की खेती, फसल की सघनता में भारी वृद्धि और तेजी से शहरीकरण और औद्योगीकरण के कारण जल-संकटग्रस्त राज्य बन गए हैं। हालांकि, वास्तविक मुद्दा – टिकाऊ फसल पैटर्न पर वापस लौटना और जल-उपयोग दक्षता में सुधार करना – अभी भी अनसुलझा […]

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2193 दिन से संजीव भट्ट जेल में सड़ रहे हैं, उस अपराध के लिए जो उन्होंने किया ही नहीं: श्वेता संजीव भट्ट

आज 2193 दिन हो गए हैं जब संजीव भट्ट जेल में सड़ रहे हैं, उस अपराध के लिए जो उन्होंने किया ही नहीं। 5 सितंबर, 2018 – एक ऐसा दिन जो हमेशा के लिए हमारी यादों में बस गया, क्योंकि उस दिन संजीव भट्ट को हमसे बेवजह छीन लिया गया था। आज उनके गलत तरीके […]

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हरियाणा में अगर कांग्रेस को कोई हराएगा तो कांग्रेस ही !

हरियाणा में कांग्रेस ने कुछ अच्छा किया? नही वहां भाजपा सरकार ने बहुत बुरा किया। इसी का परिणाम है कि वहां कांग्रेस की स्थिति अच्छी मानी जा रही है। लेकिन सामने जीत देखकर राज्य के कांग्रेसी नेता बावले हो रहे हैं। सब को मुख्यमंत्री पद दिख रहा है और मुख्यमंत्री बनने के लिए अपने ज्यादा […]

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जनाब! सिर्फ क्रिकेट को ही खेल मत समझिए…

मीडिया और जनता का ध्यान अन्य खेलों में न के बराबर है। क्रिकेट पर मीडिया का अत्यधिक ध्यान अन्य खेलों को दरकिनार कर देता है, जिससे उनकी दृश्यता और प्रशंसक आधार कम हो जाता है। बैडमिंटन में भारत की ऐतिहासिक उपलब्धियों के बावजूद , इस खेल को शायद ही कभी मीडिया का उतना ध्यान मिलता […]

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