सामाजिक नैतिकता को दीमक सरीखा चाट रहा एकल परिवारों का चलन

बढ़ते एकल परिवारों ने हमारे समाज का स्वरूप ही बदल दिया। आजकल के बच्चों को वो संस्कार और अनुशासन नहीं मिल रहे है जो उन्हें संयुक्त परिवारों से विरासत में मिलते थे, और इसी का परिणाम है कि समाज में परिवारों का टूटना, घरेलू हिंसा, असुरक्षा की भावना, आत्महत्या, बलात्कार , अपहरण आदि सामाजिक समस्याओें […]

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ग्रामीण भारत की कहानी बदल रही है स्वामित्व योजना

स्वामित्व (ग्रामीण क्षेत्रों में सुधारित प्रौद्योगिकी के साथ गांवों का सर्वेक्षण और मानचित्रण) पहल से भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में बदलाव आ रहा है। इस पहल के तहत सरकार द्वारा सटीक संपत्ति स्वामित्व डेटा और स्पष्ट स्वामित्व रिकॉर्ड के प्रावधान से भूमि विवादों में कमी आ रही है। इस कार्यक्रम के माध्यम से भारत के […]

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समस्याओं से जूझता भारतीय गणतंत्र

हालांकि यह सच है कि भारत ने लोकतंत्र की दिशा में महत्त्वपूर्ण प्रगति की है, लेकिन स्वतंत्रता के बाद इस देश और इसके समाज में जो उच्च आदर्श स्थापित होने चाहिए थे, वे आज ठीक इसके विपरीत हैं, जहाँ भ्रष्टाचार, दहेज और लोगों के बीच नफ़रत के साथ-साथ अन्य मुद्दे भी व्याप्त हैं। जैसे हिंसा, […]

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यमुना जल पर केजरीवाल का बवाल: बड़ा सवाल! हरियाणा की भाजपा सरकार दिल्ली के लिए अमोनिया मिले पानी को भेजेगी?

दिल्ली विधानसभा चुनाव का प्रचार इस समय अपने चरम पर है। भारतीय राजनीति में अपनी नौटंकियों के लिए मशहूर हो चुके आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल चुनाव में अपनी जमीन को खिसकती देखकर कुछ बौखलाए से लग रहे हैं। उन्होंने उन्होंने अपने चिर परिचित शैली में हरियाणा पर आरोप लगाया है कि […]

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भाषा

नई ‘भारतीय-भाषा’ बनाइए…भाषा का झगड़ा मिटाईए…

नई दिल्ली [भारत], 29 जनवरी: भारत की राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने हेतु संदेश देते हुए, वर्तमान नामधारी मुखी ठाकुर दलीप सिंघ जी ने कहा कि भारत को “विश्व गुरु” बनाने के लिए तथा राष्ट्र की तरक्की करने के लिए; हिन्दी तथा दक्षिणी भाषाओं का झगड़ा मिटाने की आवश्यकता है; तभी भारतवासी एक हो कर, […]

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गणतंत्र दिवस विशेष: संविधान सभा की बहस से संबंधित तथ्य

आज देश अपना ७६ वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। २६ जनवरी १९५० भारतीय संविधान के लागू होने की तिथि है। उस दिन हमारे सनातन राष्ट्र भारतवर्ष ने अपने गणतंत्र का दिशा पथ निर्धारित किया था। सदियों तक लाखों – करोड़ों बलिदान देने के पश्चात जिस गणतंत्र के राष्ट्रपथ पर देश ने चलने का निर्णय […]

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विकसित भारत 2047 के लिए कृषि सुधारों में व्यापक दृष्टिकोण आवश्यक

विकसित भारत 2047 को प्राप्त करने के लिए, कृषि सुधारों के लिए एक व्यापक दृष्टिकोण आवश्यक है जो कल्याणकारी उपायों को बाजार-संचालित तंत्रों के साथ जोड़ता है। भारत एक ऐसे कृषि क्षेत्र की गारंटी दे सकता है जो समावेशी, लचीला और पर्यावरण की दृष्टि से टिकाऊ हो, किसानों को सशक्त बनाए और देश के भविष्य […]

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हवा में फैला ज़हर: खराब से बहुत खराब AQI के बीच क्या करें दिल्ली वासी!

दिल्ली में वायु प्रदूषण इन दिनों गम्भीर स्थिति में पहुंच गया है। इस कारण दिल्ली में रहने वाले हर उम्र के लोगों को गम्भीर बीमारियों का खतरा है, हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि इन बीमारियों से बचाव के लिए दिल्ली वासियों को इस मौसम में आने वाली सारी हरी सब्जियों का सेवन करना चाहिए। […]

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आत्मनिर्भरता को मज़बूत करते हुए चीन के साथ भारत के सम्बंध…

भारत की सागरमाला परियोजना हंबनटोटा जैसे समुद्र में चीनी प्रभाव को संतुलित करने के लिए रणनीतिक भारतीय बंदरगाहों के विकास को सुनिश्चित करती है। भारत चीन के आपूर्ति शृंखला प्रभुत्व का मुकाबला करने के लिए बांग्लादेश, नेपाल और अफ्रीकी देशों जैसे पड़ोसी देशों में क्षेत्रीय विनिर्माण केंद्र विकसित करने में रणनीतिक रूप से निवेश कर […]

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जाने कहाँ गए वो दिन…बचपन की वो सुनहरी यादें जो कभी-कभी सजीव होकर चेहरे पर मुस्कान ला देती हैं

जाने कहाँ गए वो दिन, जब बचपन की मासूमियत और बेफिक्री जीवन का हिस्सा हुआ करती थी। आज, समझदारी और जिम्मेदारियों के बोझ तले दबे हुए, वो दिन किसी खूबसूरत ख्वाब जैसे लगते हैं। वो पल, जब न भविष्य की चिंता थी, न किसी बात का डर, सिर्फ खेल-कूद, दोस्तों के साथ शरारतें और हर […]

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