विश्व कप में मिली हार के बाद पहली बार कप्तान रोहित शर्मा का बयान आया सामने

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इंस्टाग्राम पर भावुक बातचीत में रोहित ने स्वीकार किया कि उन्हें नहीं पता था कि विश्व कप फाइनल में मिली हार से कैसे उबरना है। फाइनल तक भारत ने जिस तरह से खेला और फिर फाइनल में अचानक फिसड्डी साबित होने पर रोहित को कोई जवाब नहीं सूझ रहा था।। अपने बयान में भारतीय कप्तान ने स्वीकार किया कि उन्हें आगे बढ़ने में मुश्किल हुई, लेकिन फिर उन्होंने फैसला किया कि उन्हें इस हार को अपने दिमाग से हटाने के लिए उन्हें ब्रेक पर जाने की जरूरत थी।

उन्होंने कहा, ‘मुझे शुरू में नहीं पता था कि इससे कैसे वापसी करनी है। मुझे नहीं पता क्या करना है। मेरे परिवार और मेरे दोस्तों ने मुझे आगे बढ़ाया। मेरे चारों ओर चीजों को बहुत हल्का रखा, जो काफी मददगार था। उस हार को पचाना आसान नहीं था, लेकिन हां, जीवन आगे बढ़ता है। आपको जीवन में आगे बढ़ना है। लेकिन ईमानदारी से कहूं तो यह कठिन था। बस आगे बढ़ना इतना आसान नहीं था। मैं हमेशा 50 ओवर का विश्व कप देखते हुए बड़ा हुआ हूं और मेरे लिए 50 ओवर का विश्व कप सबसे बड़ा पुरस्कार था।

रोहित ने कहा, हमने इन सभी वर्षों में उस विश्व कप को जीतने के लिए काफी काम किया और फिर भी जीत नहीं सके। यह निराशाजनक है, है न? यदि आप इससे नहीं गुजरते हैं और आपको वह नहीं मिलता है जो आप चाहते हैं, जो आप लंबे समय से ढूंढ रहे थे, जिसका आप सपना देख रहे थे, तो आप निराश हो जाते हैं। अगर कोई मुझसे पूछता है कि उस दिन क्या गलत हुआ क्योंकि हमने 10 मैच जीते और उन 10 मैचों में निश्चित रूप से हमने गलतियां की होंगी। फाइनल में हमने अपनी तरफ से वह सब कुछ किया जो हम कर सकते थे, लेकिन ये गलतियां हर मैच में होती हैं। आप हर मैच में एक जैसा नहीं खेल सकते।

हिटमैन ने कहा, मुझे टीम पर गर्व है क्योंकि हम जिस तरह खेले वह बेजोड़ था। आपको हर विश्व कप में ऐसा प्रदर्शन करने का मौका नहीं मिलता है। इससे लोगों को बहुत खुशी मिली। उस फाइनल के बाद टीम को खेलते हुए देखकर बहुत गर्व होता है। वापस आना और आगे बढ़ना, फिर से शुरू करना बहुत मुश्किल था। यही कारण है कि मैंने फैसला किया कि मुझे कहीं जाने की जरूरत है और बस अपने दिमाग को इससे बाहर निकालना है। लेकिन फिर मैं जहां भी गया, मुझे एहसास हुआ कि लोग मेरे पास आ रहे थे और वहां वे सभी के प्रयासों की सराहना कर रहे थे कि हम कितना अच्छा खेले।

रोहित ने कहा, मेरा मतलब है कि मैं सभी के लिए महसूस करता हूं, फैंस की भावनाओं को भी महसूस करता हूं, क्योंकि वे सभी हमारे साथ थे। वे हमारे साथ उस विश्व कप को उठाने का सपना देख रहे थे। जहां भी हम इस पूरे विश्व कप अभियान के दौरान गए, सभी से इतना समर्थन मिला। मैं कहना चाहता हूं कि लोगों ने उस एक-डेढ़ महीनों में हमारे लिए क्या नहीं किया है। लेकिन फिर, अगर मैं इस बारे में ज्यादा सोचता हूं, तो मुझे काफी निराशा होती है कि हम इस तरह के परिणाम के बारे में नहीं सोच रहे थे। लोग मेरे पास आते हैं और मुझे बताते हैं कि उन्हें टीम पर बहुत गर्व है। इससे मुझे कुछ हद तक अच्छा महसूस हुआ। उनके साथ-साथ मैं भी धीरे-धीरे ठीक हुआ। यह उस तरह की चीजें हैं जो आप सुनना चाहते हैं।

रोहित ने कहा, आप जानते हैं कि जब आप लोगों से मिलते हैं तो वे समझते हैं कि खिलाड़ी पर क्या बीत रही होगी और जब वे इस तरह की चीजें करते हैं और उस निराशा में आपका समर्थन करते हैं तो यह बहुत मायने रखता है। हमारे लिए, मेरे लिए, निश्चित रूप से यह बहुत मायने रखता है क्योंकि में गुस्से में था। यह सिर्फ उन लोगों का प्यार था जिनसे मैं मिला और यह देखना अद्भुत था। यह आपको वापस आने और फिर से क्रिकेट खेलना शुरू करने और एक और फिर से किसी नई मुहिम की तलाश करने के लिए प्रेरणा देता है।

Compiled: up18 News