लखनऊ : निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ संजय निषाद ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि हमारी पार्टी का मुख्य मुद्दा आरक्षण है। आरक्षण की मांग को लेकर हम लगातार जनता के बीच जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले चरण में गोरखपुर मंडल, आजमगढ़ मंडल, बनारस मंडल, प्रयागराज मंडल, चित्रकूट मंडल और देवीपाटन मंडल में आयोजन किया गया है।
मछुआरों से अच्छा खासा समर्थन मिला है। मछुआ समाज को बताया गया है कि किस तरह राजनीतिक दलों ने हमारे साथ धोखा किया है। अब केंद्र और राज्य सरकार आरक्षण को लेकर निर्णायक स्थिति में है। हमें लगता है कि उत्तराखंड की तर्ज पर उत्तर प्रदेश में भी जातियों के समूह को आरक्षण मिलेगा।
उन्होंने कहा कि 1921 से लेकर 1941 तक संविधान बनने से पहले चीफ सेक्रेटरी ने जो पत्र लिखा था कि सभी राज्य सरकारें जम्मू कश्मीर को छोड़कर 1931 से लेकर 1941 तक अनुसूचित जातियों को छोड़कर जो सूचीबद्ध हैं इन्हें जो अवसर संविधान में प्रदान किया गया वहीं इन्हें दे दिया जाए। संविधान की सूची में सूचीबद्ध हो जाएं। उसके अनुसार 1961 में गिनती भी हो गई। वाशरमैन और मिल्कमैन का तो भला हो गया लेकिन फिशरमैन का कुछ नहीं हो पाया था। अब उन्हें भी आरक्षण का लाभ मिलने की पूरी उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि अगले चरण में इसके लिए 31 नवंबर से विश्व मछुआ दिवस के अवसर पर पूरे देश के मछुआरों का जन समर्थन अभियान चलाया जाएगा। यह बताने की कोशिश की जाएगी कि अंग्रेजो और मुगलों की तरह पिछली सरकारों ने हमारे साथ अन्याय किया है। हमारी फाइलें गायब कराई गईं। षड्यंत्रकारियों ने हमें उपेक्षित किया, हमें धोखा दिया। 67 वर्ष में प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के माध्यम से सिर्फ 3000 करोड़ रुपए दिया गया।
मछुआरों के लिए जो अब 39000 करोड़ रुपए हमें मिला उसमें 26000 करोड़ रुपए इनके अनुदान और सामूहिक दुर्घटना बीमा और किसान क्रेडिट कार्ड के रूप में दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चित्रकूट में मैंने देखा कि पहले तो हमारे लोग योजनाओं का लाभ नहीं ले पा रहे थे फिर 40 परसेंट उन्हें लगाना पड़ रहा था जिसका उन्हें डर सता रहा था अब वे किसान क्रेडिट कार्ड बनवा रहे हैं और हमारे विभाग से 60 प्रतिशत सब्सिडी भी पा रहे हैं. जिससे उन्हें फायदा मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि 70 साल में अब ऐसा पहली बार हो रहा है कि छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी धीवर जो मछुआ समुदाय निषाद की ही जाति है उसे चुनाव में टिकट देकर उतार रही है। छत्तीसगढ़ में ऐसा भाजपा ने किया है तो अब अन्य पार्टियां भी ऐसा ही कर रही हैं। अब वहां भी निषाद समाज से जीत कर कोई व्यक्ति सदन के अंदर पहुंचेगा।
Compiled: up18 News