बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा, सख्‍ती के बजाय किसानों से वार्ता करे केंद्र सरकार

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मायावती ने कहा है कि किसानों की मांगों को सरकार गंभीरता से ले और सख्ती करने की बजाय वार्ता करे.

बीएसपी प्रमुख ने एक्स पर लिखा, “अपने भारत को अन्न के मामले में आत्मनिर्भर बनाने वाले मेहनतकश किसानों की जो मांगें हैं, सरकार उन्हें गंभीरता से ले तथा उन पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करके उनका समय से समुचित समाधान करे, ताकि अन्नदाता किसानों को अपनी मांगों के समर्थन में बार-बार आंदोलन के लिए मजबूर न होना पड़े.”

“इस संबंध में दिल्ली चलो के वर्तमान अभियान के तहत आंदोलित किसानों पर सख्ती करने के बजाय केंद्र सरकार उनसे सही वार्ता करके उनके आंदोलन को समाप्त करने का प्रयास करे, तो बेहतर तथा इनका शोषण करना भी ठीक नहीं.”

इन मांगों के साथ दिल्ली आ रहे किसान

एमएसपी खरीद की गारंटी दें, नोटिफिकेशन जारी करें
स्वामीनाथन कमीशन की रिपोर्ट लागू करें
किसानों की लागत खर्चे पर 50 फ़ीसदी मुनाफ़ा दिया जाए
किसानों के क़र्ज़ माफ़ किए जाएं
किसान आंदोलन के दौरान जो केस दर्ज किए गए थे, वो वापस लिए जाएं
मनरेगा में 200 दिन काम देने और दिहाड़ी 700 रुपये करें

-एजेंसी