मानवाधिकारों के उल्लंघन पर ब्रितानी पीएम ने कहा, भारत एक महान लोकतंत्र है और यहां सभी समुदायों के पास संवैधानिक सुरक्षा है

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ब्रितानी प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से द्विपक्षीय मुलाक़ात के बाद एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस की. इस दौरान उनसे ‘भारत में बढ़ते हिंदू राष्ट्रवाद और मानवाधिकारों के उल्लंघन’ से जुड़ा सवाल पूछा गया जिस पर उन्होंने कहा कि भारत एक महान लोकतंत्र है और यहां लोगों के पास संवैधानिक सुरक्षा है.

उन्होंने कहा कि ”हम मानवाधिकारों और लोकतांत्रिक मूल्यों के सवालों पर बेशक बातचीत करते हैं, हमारी दोस्ती का फ़ायदा यह है कि हम ये बातें कर सकते हैं और हम इस मुद्दे पर बात एक दोस्ताना तरीके से चर्चा करते हैं.”

“यह समझना बहुत महत्वपूर्ण है कि भारत में सभी समुदायों के लिए संवैधानिक सुरक्षा है, भारत दुनियाभर के कई देशों में चलने वाले निरंकुशता के शासन से बहुत अलग है. भारत यह एक महान लोकतंत्र है, लगभग 1.35 अरब लोग इस लोकतंत्र में रहते हैं और हमें इसका जश्न मनाना चाहिए.”

मोदी ने कई बार यूक्रेन पर पुतिन से सवाल पूछा

प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा कि भारत यूक्रेन में शांति की कवायद करता रहा है और चाहता है कि रूस, यूक्रेन से बाहर निकले.

शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ व्यापक बातचीत को लेकर बोरिस जॉनसन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि बूचा में जो कुछ भी हुआ उसे लेकर मोदी ने ‘कड़ी’ प्रतिक्रिया व्यक्त की और सभी देश नई दिल्ली और मॉस्को के बीच दशकों पुराने ऐतिहासिक रिश्ते को समझते हैं और इसका सम्मान भी करते हैं.

ब्रितानी प्रधानमंत्री ने ये बात उस सवाल का जवाब देते हुए कही जिसमें पूछा गया था कि क्या उन्होंने मोदी से रूस पर अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर रूस को यूक्रेन के ख़िलाफ़ अपनी आक्रामकता ख़त्म करने का दबाव बनाने के लिए कहा.

जॉनसन ने यह भी घोषणा की कि यूक्रेन की राजधानी कीएव में ब्रिटेन का दूतावास अगले सप्ताह फिर से खुलेगा और कहा कि ब्रिटेन यूक्रेन में व्लादिमीर पुतिन के ‘हमले’ पर निष्क्रिय नहीं रहेगा.

उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट है कि मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से यह कई बार पूछते हुए हस्तक्षेप किया है कि उन्हें (पुतिन को) क्या लगता है कि वह क्या कर रहे हैं और रूस कहां जा रहा है?

जॉनसन ने कहा, “भारतीय यूक्रेन में शांति चाहते हैं और वे रूसियों को यूक्रेन से बाहर करना चाहते हैं. मैं इससे पूरी तरह सहमत हूं.”

उन्होंने कहा कि दुनिया के सामने विभिन्न चुनौतियों पर भारत और ब्रिटेन का बेहतर तालमेल है. साथ ही उन्होंने कहा कि भारत और रूस के संबंध ऐतिहासिक हैं और वे इसे बदलने वाले नहीं हैं.

दोनों नेताओं ने जारी किया साझा बयान

जॉनसन की दो दिवसीय भारत यात्रा ऐसे समय में हुई है जब भारत के रूस पर रवैये को लेकर पश्चिमी देशों में बेचैनी है.

भारत, यूक्रेन में रूसी आक्रामकता की सीधे तौर पर निंदा करने से कतरा रहा है और इसके साथ ही रियायती दरों पर रूस से तेल की खरीद कर रहा है.

मीडिया में जारी किए गए बयान में पीएम मोदी ने यूक्रेन संकट को बातचीत और कूटनीति से सुलझाने की बात कही.

बयान में मोदी ने कहा, “हमने यूक्रेन में तत्काल युद्धविराम और समस्या के समाधान के लिए बातचीत और कूटनीति पर ज़ोर दिया. हम सभी देशों की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता के सम्मान के महत्व को एक बार फिर दोहराते हैं.”

यूक्रेन संकट पर पीएम मोदी और ब्रितानी पीएम बोरिस जॉनसन की बातचीत के बाद जारी एक संयुक्त बयान में कहा गया है कि दोनों नेताओं ने यूक्रेन में चल रही जंग और मानवीय संकट के बारे में मज़बूत शब्दों में चिंता व्यक्त की.

बयान में कहा गया कि “दोनों नेताओं ने स्पष्ट रूप से नागरिकों की मौतों की निंदा की, और इस दुश्मनी की तत्काल ख़त्म करने और संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान की आवश्यकता को दोहराया. इस जंग का दुनिया भर में गंभीर प्रभाव पड़ रहा है, खासकर विकासशील देशों पर.”

बयान के अनुसार दोनों नेताओं ने इस बात पर ज़ोर दिया कि समकालीन वैश्विक व्यवस्था संयुक्त राष्ट्र चार्टर, अंतरराष्ट्रीय कानून और राज्यों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान पर आधारित है. उन्होंने यूक्रेन के लोगों के लिए मानवीय सहायता देने की अपनी इच्छा को भी दोहराया.

-एजेंसियां