अर्से से खाली चल रही उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष की कुर्सी पर आखिरकार कांग्रेस आलाकमान में फैसला ले ही लिया है। पूर्व सांसद बृजलाल खाबरी को यूपीसीसी अध्यक्ष बनाया गया है। इसके साथ ही कांग्रेस पार्टी ने यूपी में नया प्रयोग भी किया है।
प्रदेश में संगठन की मजूबती बढ़ाने और जातिगत संतुलन बनाए रखने के लिए यूपी अध्यक्ष के साथ ही 6 प्रांतीय अध्यक्ष भी घोषित किए गए हैं। इन प्रांतीय अध्यक्षों में नसीमुद्दीन सिद्दीकी, अजय राय, नकुल दुबे के साथ ही वीरेंद्र चौधरी, योगेश दीक्षित और अनिल यादव के नाम शामिल हैं।
आपको बता दें कि इस साल मार्च में हुए विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अजय कुमार लल्लू ने यूपी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। लल्लू ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र भेजकर अपना इस्तीफा सौंपा और मंगलवार रात को इस पत्र को ट्विटर पर साझाकर यह जानकारी दी थी। करीब छह महीने से यह पद खाली चल रहा था। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव से पहले ही पार्टी ने यूपी का अध्यक्ष चुन लिया है।
जातीय समीकरण साधने की कोशिश
खाबरी को यूपी कांग्रेस का नया अध्यक्ष नियुक्त कर कांग्रेस अपने पुराने वोट बैंक दलित-मुस्लिम और ब्राह्मण का समीकरण फिर से साधने की कोशिश कर ही है। ब्राह्मणों में पूर्व मंत्री नकुल दुबे और योगेश दीक्षित को प्रांतीय अध्यक्ष बनाया गया है। इसी तरह अजय राय को प्रांतीय अध्यक्ष बना भूमिहार वोट साधने की कोशिश की जा रही है। वीरेंद्र चौधरी और और अनिल यादव को प्रांतीय अध्यक्ष बनाकर ओबीसी संतुलन बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने सोनिया का जताया आभार
बृजलाल खाबरी को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने पर प्रदेश मीडिया संयोजक और प्रवक्ता अंशू अवस्थी ने सोनिया गांधी का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में दलितों को निशाना बनाकर मारा और पीटा जा रहा है। ऐसे में दलित समाज के सशक्तिकरण के लिए कांग्रेस का यह कदम सराहनीय है। ब्राह्मणों और मुसलमानों के ऊपर भी अत्याचार बढ़ रहा है। अवस्थी ने कहा कि कांग्रेस सभी जातियों को राजनीतिक प्रतिनिधित्व देती है।
-एजेंसी