मैनपुरी लोकसभा सीट के लिए बीजेपी लगा सकती है मुलायम की बहू अपर्णा पर दांव

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सूत्रों के अनुसार भाजपा मैनपुरी उपचुनाव में मुलायम के दूसरे बेटे प्रतीक की पत्नी अपर्णा यादव को मैदान में उतार सकती है। उन्हें नेताजी मुलायम सिंह यादव की परंपरागत मैनपुरी संसदीय सीट के उपचुनाव में कैंडिडेट बनाया जा सकता है। दरअसल यादव बिरादरी के वोट और मुलायम यादव परिवार के नाम के चलते भाजपा अपर्णा यादव को उतारने का मन बना रही है। इटावा के पूर्व सांसद रघुराज सिंह शाक्य, विधायक ममतेश शाक्य, प्रेम सिंह शाक्य, राहुल राठौर के अलावा प्रदीप चौहान का भी नाम चर्चा में है।

मैनपुरी लोकसभा सीट पर यादव, शाक्य, पाल, लोधी जैसी ओबीसी की जातियों का बड़ा वोट बैंक है। बीजेपी ने मैनपुरी सीट उपचुनाव के लिए तैयारी शुरू कर दी है। सीएम योगी के आवास पर प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, संगठन महामंत्री धर्मपाल ने जीत के लिए मंथन किया। प्रत्याशी चयन के लिए कुछ नामों पर चर्चा हुई। 9 नवंबर मंगलवार को होने वाली कोर कमेटी की बैठक में भी प्रत्याशी के नाम की चर्चा की जाएगी। इसके बाद सभी नामों को केंद्रीय नेतृत्व को भेजा जाएगा।

मैनपुरी लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी की घेरेबंदी शुरू हो गई है। मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद से ही भाजपा इस सीट पर कब्जे का दावा करती दिखने लगी है। भाजपा नेताओं को कहना है कि पीएम नरेंद्र मोदी में नेताजी के प्रति सम्मान का भाव था इसलिए मैनपुरी में कभी उनके काल में चुनाव प्रचार करने नहीं गए लेकिन अब स्थिति बदली है। अबकी बार चुनावी मैदान में भाजपा पूरे जोर-शोर के साथ उतरने की तैयारी कर रही है।

चुनाव आयोग की घोषणा के अनुसार मैनपुरी लोकसभा सीट पर नामांकन की प्रक्रिया 10 नवंबर से शुरू होगी। 5 दिसंबर को लोकसभा क्षेत्र में उप चुनाव के वोट डाले जाएंगे। 8 दिसंबर को वोटों की गिनती के बाद परिणाम जारी कर दिए जाएंगे। इसको लेकर अब भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के स्तर पर तैयारियों को अंतिम रूप दिया जाना शुरू कर दिया गया है।

मैनपुरी लोकसभा सीट पर भाजपा ने पिछले दिनों अपना जनाधार बढ़ाया है। हालांकि, सपा का यहां पर हमेशा 50 फीसदी से अधिक वोट प्रतिशत दिखा है। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा के मुलायम सिंह यादव एक बार फिर जीते। मुलायम ने इस चुनाव में 5,24,926 वोट हासिल किया। वहीं, भाजपा के प्रेम सिंह शाक्य 4,30,537 वोट हासिल करने में कामयाब रहे थे। मुलायम को 54 फीसदी वोट मिले। वहीं, भाजपा उम्मीदवार को 44 फीसदी वोट मिले। मुलायम इस चुनाव में 94,389 वोटों से जीत दर्ज कर पाए।

मुलायम के निधन के बाद भाजपा ने उनको बड़ा नेता करार दिया। ऐसे में सपा के उन स्थानीय नेताओं पर भी पार्टी की नजर है, जो केवल मुलायम के कारण जुड़े हुए थे। ऐसे सीनियर नेताओं को साथ लाने की रणनीति पर लगातार काम हो रहा है। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य तो पहले ही मैनपुरी में भाजपा की इस बार जीत का दावा कर चुके हैं।

Compiled: up18 News