बीजेपी ने तेलंगाना में अपने इकलौते विधायक टी राजा सिंह का किया निलंबन रद्द

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समिति ने उनके निलंबन के बाद उन्हें जारी किए गए कारण बताओ नोटिस के जवाब के आधार पर यह निर्णय लिया। राजा सिंह ने पत्र को ‘एक्स’ पर साझा किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जे.पी.नड्डा और अन्य नेताओं को धन्यवाद दिया। निलंबन रद्द होने से राजा सिंह को अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव में मैदान में उतारने का रास्ता साफ हो गया है। उनके हैदराबाद के गोशामहल निर्वाचन क्षेत्र से फिर से चुनाव लड़ने की संभावना है।

विधायक को मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली कुछ टिप्पणियां करने के आरोप में पिछले साल अगस्त में पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उन्हें 25 अगस्त को जेल भेज दिया गया था।

तेलंगाना हाई कोर्टद्वारा पुलिस आयुक्त के आदेश को रद्द करने और उन्हें जमानत देने के बाद राजा सिंह को 9 नवंबर को जेल से रिहा कर दिया गया। हालांकि, अदालत ने उन्हें ऐसा कोई भाषण या टिप्पणी नहीं करने का निर्देश दिया जिससे समुदायों के बीच नफरत पैदा हो। चूंकि भाजपा ने उनके निलंबन को रद्द करने में देरी की, इसलिए राजा सिंह ने इस साल अगस्त में राज्य विधानसभा को बताया था कि वह विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।

राज्य के वित्त और स्वास्थ्य मंत्री टी. हरीश राव के साथ उनकी मुलाकात के बाद अटकलें शुरू हो गई थीं कि वह सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) में शामिल हो सकते हैं। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी भाजपा छोड़ने या निर्दलीय चुनाव लड़ने की कोई योजना नहीं है।

टिकट भी मिला

तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है. 119 विधानसभा सीटों में से बीजेपी ने 52 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम घोषित किए हैं. बीजेपी की पहली लिस्ट में टी राजा सिंह का नाम भी है. खास बात यह है कि टिकट जारी करने के कुछ घंटों पहले ही बीजेपी ने टी राजा सिंह का निलंबन वापस लिया था. उन्हें एक बार फिर से बीजेपी ने हैदराबाद की गोशमहल सीट से प्रत्याशी बनाया है.

हिंदुत्व के पोस्टर ब्वॉय कैसे बने टी राजा

विधायक टी राजा के एक पुराने भाषण के मुताबिक़ उन्होंने साल 2000 में हिंदुओं के प्रति हो रहे अत्याचार के ख़िलाफ़ लड़ाई शुरू की थी.

उस वक़्त वे हिंदू वाहिनी संगठन में रहकर काम कर रहे थे. उनके मुताबिक़ उस समय वे हिंदुओं को ईसाई धर्म में कन्वर्ट करने वालों के ख़िलाफ़ काम करते थे.

इसके बाद उन्होंने गौ माता की सेवा करने का काम भी शुरू किया. वे अपने साथ युवाओं को जोड़ते और उन्हें हिंदू होने का अर्थ समझाते.

ऐसा करते हुए उन्होंने साल 2004 तक अपने जैसे 500 कार्यकर्ता जोड़ लिए.

साल 2010 में मिलाद उन नबी के जवाब में टी राजा सिंह ने पहली बार हैदराबाद में रामनवमी के मौक़े पर शोभायात्रा निकाली थी.

टी राजा ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत साल 2009 में तेलुगूदेसम पार्टी से नगर पार्षद के रूप में की थी.
2014 में टी राजा तेलगांना में गोशामहल सीट से बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़कर विधानसभा पहुँचे. 2018 में उन्होंने दूसरी बार इस सीट पर विजय हासिल की.

Compiled: up18 News