लिवर का शरीर कई कामकाज हैं, यह रसायनों को विनियमित करने और भोजन के पाचन से लेकर अपशिष्ट हटाने और छोटी आंत में वसा को तोड़ने के लिए पित्त का उत्पादन होता है। इसके अलावा यह कोलेस्ट्रॉल उत्पादन करने, फैट ले जाने, आयरन भंडारण करने और रक्त के थक्के को रेगुलेट करता है।
आज के जमाने में लिवर का रोग अब बुजुर्गों तक सीमित नहीं रह गया है बल्कि यह अब कम उम्र के लोगों में भी होने लगा है। ये बहुत ही कम लोग जानते हैं कि लिवर जब 50% तक डैमेज हो चुका होता है, तब जा कर इसके लक्षण दिखाई देने शुरू होते हैं।
लक्षण
नींद ना आना.
पेट के निचले हिस्से में सूजन आना.
मितली आना.
त्वचा पर लाल दाने या चकते निकलना और और दवाई से ठीक होने के बाद फिर से वापस आ जाना.
उम्र से पहले और अनचाहे तरीके से गंजापन या बालों का असीमित झड़ना.
लिवर की खराबी की वजह से रोगी को बुखार आता है और उसके मुंह का स्वाद बिगड़ जाता है। यही नहीं उसके मुंह से हमेशा बदबू भी आने लगती है।
रोगी को भूख नहीं लगती और उसके पेट में गैस और एसिडिटी की समस्या बनने लगती है।
लिवर को ठीक कैसे करे
अपने दिन की शुरुआत एक गिलास गर्म पानी और नींबू से करें, इससे लिवर उत्तेजित रहेगा
हेल्दी ब्रेकफास्ट करें जिसमें बेरीज, हरी पत्तेदार सब्जियां और साबुत अनाज शामिल करें
प्रोसेस्ड और फैट वाले फूड से बचें जो लिवर पर दबाव डाल सकते हैं।
स्ट्रेचिंग या वॉल्किंग जैसे हल्की एक्सरसाइज करें, इससे ब्लड फ्लो में सुधार होता है
लिवर को हेल्दी रखने का तरीका
सभी निर्धारित दवाएं लें और दिनभर खूब पाने पिएं
हेल्दी स्नैक जैसे फल, सब्जियां, नट्स और सीड्स का खूब सेवन करें
अत्यधिक शराब और कैफीन से बचें क्योंकि ये पदार्थ लीवर को और नुकसान पहुंचा सकते हैं
हर्बल टी या डिकैफ़िनेटेड पेय पदार्थों का विकल्प चुनें
तनाव को कम करने के लिए गहरी सांस लेने या मेडिटेशन करें
एक साथ ज्यादा खाने से बचें क्योंकि अधिक खाने से लीवर पर दबाव पड़ सकता है
काम के समय छोटा ब्रेक लें क्योंकि लंबे समय तक बैठने से लिवर पर दबाव बनता है
रात को लिवर-फ्रेंडली डिनर लें जिसमें लीन प्रोटीन जैसे मछली या टोफू और उबली हुई सब्जियां हों
– एजेंसी