अमेरिकी आसमान में चीनी बलून नज़र आने के बाद अब अमेरिका ने छह चीनी कंपनियों को ब्लैकलिस्ट कर दिया है. देश के वाणिज्य मंत्रालय के मुताबिक़ इन कंपनियों का संबंध सैन्य समर्थन वाले चीनी के बैलून जासूसी प्रोग्राम से है.
मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा है कि इन छह कंपनियों का संबंध चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी के एरोस्पेस प्रोग्राम से है. इनसे देश की सुरक्षा को ख़तरा हो सकता है.
बयान में कहा गया है कि ये छह कंपनियां अमेरिकी सरकार की अनुमति के बिना न तो अमेरिकी उपकरण खरीद सकेंगी और न ही अमेरिकी तकनीक ही खरीद सकेंगी.
बयान में डिप्टी व्यापार मंत्री डॉन ग्रेविस ने कहा कि अमेरिकी सुरक्षा और संप्रभुता को बचाने की दिशा में अमेरिका व्यापार मंत्रालय रेगुलेटरी व्यवस्थाओं के इस्तेमाल से पीछे नहीं हटेगा.
बयान में कहा गया है कि चीनी सेना खुफ़िया जानकारी जुटाने के लिए ऊंचाई पर उड़ने वाले गुब्बारों का इस्तेमाल कर रही है जो अमेरिकी सुरक्षा के लिए ख़तरा है.
जिन कंपनियों को ब्लैकलिस्ट में शामिल किया गया है वो हैं-
1. बीजिंग नानजियांग एरोस्पेस टेक्नोलॉजी कॉरपोरेशन,
2. चाइना इलेक्ट्रोनिक्स टेक्नोलॉजी ग्रुप कॉरपोरेशन,
3. 48 रिसर्च इंस्टीट्यूट दोन्गुआन लिंगकॉन्ग रिमोट सेंसिंग टेक्नोलॉजी कॉरपोरेशन,
4. ईगल्स मैन एविएशन साइंस एंड टेक्नोलॉजी ग्रुप कॉरपोरेशन,
5. गुआंगज़ू तियान-हाई-शियांग एविएशन टेक्नोलॉजी कॉरपोरेशन और
6. शान्शी ईगल्स मैन एविएशन साइंस एंड टेक्नोलॉजी ग्रुप कॉरपोरेशन.
Compiled: up18 News
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