आगरा: थाना ताजगंज के रामरघु एग्जॉटिका में बैंक कर्मचारी सचिन उपाध्याय की हत्या की गुत्थी सुलझाने में लगी पुलिस ने मृतक की पत्नी प्रियंका की ओर से महिला थाने में दर्ज कराए गए दहेज उत्पीड़न के मुकदमे को खारिज कर दिया है। पुलिस का कहना है कि यह मुकदमा सचिन की मौत से एक दिन पहले लिखवाया गया जो एक सोची समझी साजिश के तहत दर्ज कराया है। इसके बाद पुलिस मृतक की नामजद पत्नी प्रियंका की धरपकड़ में जुटी हुई है लेकिन किलर पत्नी फरार हो गयी है।
इस हत्याकांड में कलक्ट्रेट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मृतक के ससुर बृजेंद्र सिंह रावत, साले कृष्णा रावत और मृतक की पत्नी प्रियंका को नामजद किया गया। पुलिस ने कृष्णा रावत को जेल भेजा दिया। उधर, पत्नी प्रियंका पुलिस के सामने नहीं आई है। परिजन ने यही बताया था कि उसकी तबीयत खराब है। पति की मौत के बाद से वह सदमे में हैं। उसका हॉस्पिटल में उपचार चल रहा है।
बैंक प्रबंधक सचिन उपाध्याय हत्याकांड की जांच पड़ताल में जुटी पुलिस फूंक फूंक कर कदम रख रही है। मामला हाई प्रोफाइल है इसलिए साक्ष्य जुटाने में पुलिस कोई गलती दोहराना नहीं चाहती है। पुलिस क्राइम सीन को दोहराने की तैयारी कर रही है। मृतक की पत्नी को भी पूछताछ के लिए नोटिस जारी किए है लेकिन मृतका की पत्नी सामने नहीं आई है।
डीसीपी सिटी ने बताया कि मृतका की पत्नी की ओर से दहेज उत्पीड़न का मुकदमा अपने ससुरालियों पर दर्ज कराया गया था उसे खारिज कर दिया गया है। यह मुकदमा सचिन की हत्या से एक दिन पहले दर्ज कराया था जो साजिशन था। केस खारिज होने के बाद आरोपी प्रियंका फरार है उसकी धरपकड़ में पुलिस जुट गई है।
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