कर्नाटक के एक स्कूल से शुरू हुए हिजाब विवाद का असर देश के दूसरे राज्यों में भी दिख रहा है। जम्मू-कश्मीर में भी इसे लेकर बहस छिड़ गई है। श्रीनगर की रहने वाली 12वीं कक्षा की टॉपर अरूसा परवेज को हिजाब न पहनने की वजह से ट्रोल किया गया लेकिन उन्होंने अपने जवाब से ट्रोल्स की बोलती बंद कर दी है। अपने बयान में उन्होंने कहा कि मैं इस्लामी सिद्धांतों का पालन करती हूं लेकिन खुद को एक अच्छा मुस्लिम साबित करने के लिए हिजाब पहनने की जरूरत नहीं है।
गर्दन काटने की मिली धमकी
अरूसा ने 500 में से 499 अंकों के साथ साइंस स्ट्रीम में टॉप किया है। सोशल मीडिया पर बधाई संदेश आने लगे लेकिन उनके परिवार की खुशी ज्यादा देर तक नहीं टिक पाई। अरूसा ने कहा, ‘सोशल मीडिया पर कड़वे ट्रोल दिखाई देने लगे। मुझे समझ नहीं आ रहा था कि एक ही समाज ने मुझे एक तरफ क्यों ट्रोल किया और दूसरी तरफ मुझ पर गर्व महसूस किया।’
बिना बुर्के की तस्वीर देख लोगों ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया। अरूसा ने कुछ संवाददाताओं से कहा कि इन टिप्पणियों से मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता, लेकिन मेरे माता-पिता सदमे से गुजर रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री ने ट्रोलर्स को दी चेतावनी
केंद्रीय सूचना और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने ट्रोलर्स को चेतावनी दी है। उन्होंने ट्रोलर्स को कहा कि हर भारतीय- चाहे वह वरिष्ठ नागरिक हो, बुजुर्ग हो, या बच्चे हो… सभी को साइबर की दुनिया में सुरक्षित रहने का अधिकार है। किसी को भी यह नहीं सोचना चाहिए कि वे किसी को छेड़ने, प्रताड़ित करने या आतंकित करने के बाद बचकर निकल जाएंगे, यह अवैध है। वास्तव में यह आपराधिक है और उचित कार्रवाई की जाएगी।
-एजेंसियां
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