IPL 2022 में अर्जुन तेंडुलकर को एक भी मैच नहीं खिलाया गया। यह लगातार दूसरा सीजन था, जब यह युवा ऑलराउंडर अपनी बारी का इंतजार करते बेंच पर ही बैठा रह गया। इस बार तो उम्मीद थी कि पॉइंट्स टेबल में सबसे आखिरी पोजिशन पर रहने वाली मुंबई इंडियंस उन्हें कम से कम एक मैच जरूर खिलाएगी क्योंकि रोहित शर्मा ने इस बार कई यंगस्टर्स को मौका दिया था।
सचिन के नाम का दबाव है
इधर जूनियर तेंडुलकर अपने डेब्यू से चूके तो उधर फैंस में भी काफी निराशा थी। चंद दिन पहले मुंबई इंडियंस के बॉलिंग कोच शेन बॉन्ड ने कहा था कि 22 वर्षीय अर्जुन को अभी काफी कुछ सीखना है इसलिए डेब्यू नहीं करवाया गया। अब पूरे मामले में कपिल देव ने भी प्रतिक्रिया दी है। भारत को 1983 में पहला वर्ल्ड कप दिलाने वाले कप्तान ने कहा कि अर्जुन पर हमेशा उनके सरनेम का दबाव रहेगा।
ब्रैडमैन के बेटे ने भी सरनेम हटा दिया था
बकौल कपिल देव, ‘हर कोई उनके बारे में बात क्यों कर रहा। सिर्फ इसलिए कि वह सचिन के बेटे हैं। उन्हें अपने अंदाज में खेलने दीजिए। सचिन से तुलना मत कीजिए। तेंडुलकर नाम के फायदे के साथ नुकसान भी है। डॉन ब्रैडमैन के बेटे ने सिर्फ इस वजह से अपना सरनेम हटा दिया था क्योंकि वह दबाव नहीं झेल पाए। हर कोई चाहता था कि उनका बेटा भी डॉन ब्रैडमैन की ही तरह परफॉर्म करें।’
पिता का 50 परसेंट भी खेल जाए तो बेहतर
कपिल ने यह सारी बातें एक मीडिया संस्थान के प्रोग्राम में कही। उन्होंने यह भी जोड़ा कि अगर अर्जुन अपने पिता सचिन तेंडुलकर के स्तर से आधी क्रिकेट भी खेल जाते हैं तो इससे बेहतर कुछ नहीं होगा। मैं उनसे कहना चाहूंगा कि जाइए और अपने खेल को एन्जॉय कीजिए। आपको किसी को कुछ साबित करने की जरूरत नहीं है। अर्जुन एक नया बच्चा है, उस पर इस तरह का दबाव डालने के पक्ष में मैं नहीं।
मेगा ऑक्शन में 30 लाख लगी थी बोली
अर्जुन तेंदुलकर दो साल से मुंबई इंडियंस का हिस्सा हैं। 2020 की नीलामी में फ्रेंचाइजी ने उन्हें 20 लाख और 2022 की नीलामी (IPL Auction) में 30 लाख में खरीदा था। अर्जुन मुंबई के लिए सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में दो मैच खेलने के साथ ही मुंबई टी20 लीग में खेल चुके हैं। उन्हें रणजी ट्रॉफी के शुरुआती राउंड के लिए मुंबई की टीम में जगह मिली थी, लेकिन खेलने का मौका नहीं मिला। हालांकि नॉकआउट मैचों के लिए वह टीम का हिस्सा नहीं हैं।
-एजेंसियां