श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आमंत्रित लोगों से खास अपील की है. जिसमें उनसे कहा गया है कि वह किसी प्रोटोकॉल की अवहेलना ना करें. समानता से प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के दौरान अपने आसनों पर विराजमान हो, क्योंकि भगवान श्री राम के सामने किसी को क्या बड़प्पन दिखाना. वहीं श्रद्धालुओं के आगमन को देखते हुए अयोध्या की सुरक्षा की व्यापक रणनीति बनाई गई है.
4 हजार साधुओं के पहुंचने का अनुमान
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी ने बताया कि हमारे आंकलन के अनुसार 4 से साढ़े 4 हजार साधुओं का आगमन होगा. उनके साथ कुछ जो वृद्ध लोग हैं, उनके सेवक भी हो सकते हैं. इसके अलावा देशभर से 2500 गणमान्य व्यक्तियों को आमंत्रित किया गया है. 250 से 300 उन लोगो को भी सहभागी किया जाएगा जिन्होंने राम मंदिर आंदोलन में योगदान दिया है. एलएनटी के कारीगर है, टीसीए के लोग हैं, सोमपुरा के कार्यकर्ता है ऐसे मंदिर निर्माण में जो शिल्पी है उन शिल्पियों को और उनके प्रतिनिधियों को सहभाग मिलेगा.
कड़ी सुरक्षा के बीच होगी एंट्री
प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम पर देश ही नहीं दुनिया की नजरे हैं ऐसे में सुरक्षा को लेकर भी चाक चौबंद व्यवस्था की गई है मंदिर के साथ अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था कई चक्र में होगी जिसमें मानवीय सुरक्षा के साथ तकनीक का संयोजन किया गया है कोशिश यह होगी कि इस सुरक्षा व्यवस्था के चलते ना तो अयोध्या वासियों को कोई परेशानी हो और ना ही बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को इसलिए अयोध्या में जितनी सुरक्षा व्यवस्था आपको दिखाई देगी उससे कहीं अधिक सुरक्षा पर्दे के पीछे होगी ।
श्रद्धालुओं के लिए एडवाइजरी जारी
अयोध्या रेंज के आईजी प्रवीण कुमार ने बताया कि बहुत कड़ी सुरक्षा व्यवस्था है, सुरक्षा व्यवस्था की हर एक डिटेल मीडिया में साझा नहीं की जा सकती है. श्रद्धालुओं के दृष्टिकोण से हम एडवाइजरी जारी कर रहे हैं. सुरक्षा व्यवस्था कई घेरे में होगी, इसमें मानव के साथ तकनीक का समावेश किया जा रहा है. इसमें तमाम प्रकार के रिस्ट्रिक्शन होंगे, जिसको लेकर हम समय-समय पर एडवाइजरी जारी करेंगे. जिसमें यातायात के साथ-साथ तमाम चैकिंग होगी लेकिन इसमें इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि जो श्रद्धालु हैं उनको किसी प्रकार की असुविधा न हो, मंदिर की सुरक्षा के लिए एसओ पी बनी हुई है.
Compiled: up18 News