उत्तराखंड: अंकिता हत्याकांड से गुस्‍साए लोगों ने जाम किया बद्रीनाथ हाइवे

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अंकता भंडारी के अंतिम संस्कार को लेकर लोगों ने शर्त रख दी है कि जब तक ऋषिकेश एम्स की ओर से फाइनल पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने नहीं आ जाती है, तब तक अंकिता भंडारी के शव का अंतिम संस्कार नहीं होने दिया जाएगा। अंकिता के परिजनों के साथ सीएम पुष्कर सिंह धामी की बातचीत के बाद माना जा रहा था कि परिवार अंतिम संस्कार के लिए राजी हुआ है। सीएम धामी ने घटना के आरोपियों पर कार्रवाई की बात कही थी।

सीएम ने निष्पक्ष जांच और दोषियों पर सख्त कार्रवाई का भरोसा मृतका के पिता को दिलाया। हालांकि, इस प्रकार का मामला सामने आने के बाद आक्रोशित लोगों ने बद्रीनाथ हाइवे जाम कर दिया। लोगों ने साफ कहा कि जब तक अंकिता की फाइनल पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आ जाती है, अंतिम संस्कार नहीं होगा।

छह दिन बाद मिला था अंकिता का शव

अंकिता 18 सितंबर को यमकेश्वर स्थित गेस्ट हाउस से रहस्यमय तरीके से गायब हो गई थी। गुमशुदगी की रिपोर्ट रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य ने दर्ज कराई थी। घटना की जांच शुरू हुई तो इस मामले में रिजॉर्ट के मालिक और दो मैनेजरों की संलिप्तता सामने आई।

शुक्रवार को तीनों की गिरफ्तारी के बाद मामला खुला। अंकिता को चिला नहर में धक्का दिए जाने की बात सामने आई। छह दिनों के बाद 24 सितंबर की सुबह अंकिता के शव को चिला नहर से बरामद किया गया। पोस्टमार्टम की प्राथमिक रिपोर्ट में अंकित के शरीर पर चोट और पानी में डूबने के कारण दम घुटने से मौत की बात सामने आई है।

सीसीटीवी फुटेज भी आया सामने

घटना के पहले का सीसीटीवी फुटेज भी इस मामले में सामने आया है। इसमें अंकिता बाइक से जाती दिख रही है। उसके साथ पुलकित आर्या भी दिखाई दिया है। कहा जा रहा है कि यह सीसीटीवी फुटेज चिला पावर हाउस का है। इस सीसीटीवी फुटेज के सामने आने के बाद भाजपा से निष्कासित नेता विनोद आर्य के बेटे पुलकित आर्य की घटना में संलिप्तता साफ दिख रही है। शनिवार को मामला खुलने के बाद पार्टी से हटाए गए विनोद आर्य ने बेटे के बेकसूर होने का दावा किया था। अब उनके दावों की पोल खुल कर सामने आती दिख रही है।

-एजेंसी


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