आगरा: सेप्टिक टैंक की सफाई करने उतरे एक कर्मचारी की जहरीली गैस से मौत, कर्मचारियों ने किया थाने का घेराव

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आगरा। जनपद के थाना एत्माद्दौला क्षेत्र के विकास नगर में सेप्टिक टैंक साफ करने उतरे दो सफाई कर्मी की जहरीली गैस की चपेट में आने से हालत बिगड़ गई। लोगों ने दोनों को टैंक से बाहर निकाला। इसके बाद अस्पताल ले गए, जहां एक की मृत्यु हो गई। मृतक के परिजन ने टैंक साफ कराने वाले बिना सुरक्षा उपकरण के टैंक में जबरन सफाई के लिए उतारने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी।

पुलिस का कहना है कि मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई की जाएगी। टेढ़ी बगिया स्थित विकास नगर निवासी यीशु के घर में सेप्टिक टैंक है। इसकी सफाई की जानी थी। इसके लिए यीशु ने नरायच स्थित वाल्मीकि बस्ती निवासी विक्रम सिंह (30), सनी और सुमित से बात की। रविवार को वह सफाई के लिए यीशु के घर आए थे। सेप्टिक टैंक को ऊपर से साफ करने के बाद विक्रम और सनी अंदर उतरे थे। टैंक में जहरीली गैस बनने से दोनों की हालत बिगड़ गई। टैंक में ऊपर खड़े सुमित ने शोर मचा दिया। इस पर लोग जुट गए। उन्होंने आधा घंटे बाद दोनों को बाहर निकाला। विक्रम और सनी को अस्पताल ले गए, जहां विक्रम की मौत हो गई। सनी को अस्पताल में भर्ती कराया। उसकी हालत गंभीर है। घटना की जानकारी पर मृतक के परिजन आ गए।

विक्रम के भाई ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। आकाश ने पुलिस को तहरीर दी है। इसमें लिखा कि भाई और उसके साथी बिना सुरक्षा उपकरण के यीशु ने सेप्टिक टैंक में उतारा था। मना करने पर रुपये नहीं देने की बात कही थी।

जहरीली गैस से विक्रम की मौत हो गई। थाना एत्माद्दौला के प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार सिंह का कहना है कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर विवेचना की जाएगी।

उत्तर प्रदेश निकाय कर्मचारी महासंघ के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष विनोद इलाहाबादी के साथ बड़ी संख्या में लोग थाने पहुंचे। उन्होंने थाने का घेराव कर लिया। मामले में कार्रवाई की मांग की। मृतक के परिजन को दस लाख रुपये मुआवजा, एक सरकारी आवास और एक सदस्य को सरकारी नौकरी की मांग की। इस दौरान भाजपा महानगर कार्य समिति सदस्य राकेश चौधरी, धीरेंद्र, जितेंद्र कुमार आदि मौजूद रहे।