सोलोमन द्वीप पर नहीं मिली अमेरिकी जहाज को दाखिल होने की अनुमति

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हवाई में कोस्‍ट गार्ड के पीआरओ क्रिस्‍टीन कैम ने कहा कि ओलिवर हेनरी एक रूटीन कॉल पर रवाना हुआ था लेकिन सोलोमन द्वीप की सरकार ने अमेरिकी सरकार के उस अनुरोध को नहीं माना जो जहाज की रि-फ्यूलिंग से जुड़ा था। अमेरिकी विदेश मंत्रालय की तरफ से सोलोमन द्वीप सरकार से संपर्क साधा गया है। सरकार की मंशा है कि आने वाले दिनों में कुछ और जहाजों को इस तरह की समस्‍या से न जूझना पड़े।

रॉयल नेवी के साथ भी ऐसा

कुछ दिनों पहले ब्रिटेन की रॉयल नेवी के गश्‍ती जहाज HMS स्‍पे जो फिजी, पापुआ न्‍यू गिनी, सोलोमन द्वीप और वानुअतु में गैरकानूनी मछली पालन की जांच के लिए रवाना हुआ था, उसे भी द्वीप पर रुकने की मंजूरी नहीं दी गई थी। सोशल मीडिया में जब इस घटना की जानकारी सामने आई और ब्रिटिश नेवी से इस पूरे मामले की जानकारी मांगी गई तो उसने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया था। रॉयल नेवी के जहाज पर फिजी की नौसेना के ऑफिसर्स भी थे। साथ ही ऑस्‍ट्रेलिया, न्‍यूजीलैंड और अमेरिकी तटरक्षक बल के अधिकारी भी इसी जहाज पर सवार थे।

रॉयल नेवी ने भी इस पूरे मामले पर कुछ नहीं कहा है। रॉयल नेवी के प्रवक्‍ता की तरफ से ई-मेल कर बयान जारी किया गया। उन्‍होंने कहा था कि जहाज की तरफ से होने वाने हर कार्यक्रम पर लगातार नजर रखी जाती है। उनका ऐसे बदल जाना एक नियमित घटना है।

सोलोमन द्वीप की सरकार और चीन ने इस बात को मानने से इंकार कर दिया है कि चीनी मिलिट्री का कोई बेस है। हालांकि कुछ लीक्‍ड डॉक्‍यूमेंट्स में कई बार यह बात सामने आई है कि चीन की नौसेना को यहां पर डॉकिंग की मंजूरी दी गई है।

-एजेंसी


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