बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख़ हसीना ने अमेरिका पर जम कर वार किया है. शेख़ हसीना ने अमेरिका का सीधे तौर पर नाम लिए बिना कहा कि वे चाहें तो किसी भी देश की सत्ता पलट सकते हैं. देश की संसद में उन्होंने अमेरिका पर हमला करने से पहले बांग्ला दैनिक ‘प्रोथोम आलो’ को आड़े हाथों लिया.
उन्होंने कहा कि ‘प्रोथोम आलो’ उनकी पार्टी अवामी लीग, लोकतंत्र और बांग्लादेश के लोगों का दुश्मन है. बांग्लादेश की संसद के 50वें वर्ष पर आयोजित सत्र में पेश एक प्रस्ताव पर बहस के दौरान शेख हसीना ने अलग-अलग देशों पर अमेरिकी रुख़ का ज़िक्र करते हुए कहा, ”आज भी मैं यह कहती हूँ कि यह देश अपनी बातों से हमें लोकतंत्र का झांसा देता रहता है. इस पर हमारी विपक्षी पार्टी और कुछ लोग तालियां बजाते हैं, नाचते हैं.”
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री ने कहा, ”वे किसी भी देश की सत्ता को पलट सकते हैं. ख़ास कर मुस्लिम देशों की. जब तक उनका इस्लामी देशों पर नियंत्रण था, सब ठीक था. हालांकि रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद पूरी दुनिया आर्थिक मंदी की चपेट में है. यही वास्तविकता है.”
शेख़ हसीना ने ये आरोप ऐसे वक़्त में लगाए हैं, जब बांग्लादेश के विदेश मंत्री डॉ. अब्दुल मोमिन अमेरिका के दौरे पर हैं.
अमेरिकी विदेश मंत्री ने एंटनी ब्लिंकन ने डॉ. मोमिन से मुलाक़ात के दौरान कहा कि अमेरिका बांग्लादेश में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव होते देखना चाहता है. उनका कहना था कि पूरी दुनिया बांग्लादेश में होने वाले अगले राष्ट्रीय चुनाव पर नज़र रख रही है.
बंगबंधु के हत्यारे को अमेरिका ने पनाह दी है
दरअसल पिछले कुछ वक़्त से अमेरिका और बांग्लादेश के रिश्ते तल्ख़ दिख रहे हैं. अमेरिका रोहिंग्या मुसलमानों के मानवाधिकार के सवाल पर बांग्लादेश की आलोचना कर चुका है.
हालांकि ब्लिंकन ने बांग्लादेश के विदेश मंत्री से मुलाक़ात के दौरान कहा कि उनका देश 11 लाख रोहिंग्या के प्रति बांग्लादेश की उदारता का प्रशंसक है.
इस साल फ़रवरी में अमेरिका ने बांग्लादेश को डेमोक्रेसी समिट में नहीं बुलाया था. इसमें दक्षिण एशिया से भारत, मालदीव, नेपाल और पाकिस्तान को बुलाया गया था.
संसद में अमेरिका पर हमला करते हुए शेख़ हसीना ने कहा, ”कुछ दिनों पहले टेनिसी के तीन सांसदों ने गन कंट्रोल के लिए आवेदन दिया था. उन्होंने बंदूक से मार डाले गए तीन बच्चों की हत्या के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया था. लेकिन ये उनका अपराध था.”
”इसके लिए संसद से जस्टिस जॉन और जस्टिस पियर्सन को बर्खास्त कर दिया गया. एक सांसद बच गया क्योंकि वह गोरा था.”
उन्होंने कहा, ”अमेरिका में हर दिन लोगों को स्कूलों में घुसकर बच्चों और शिक्षकों को गोलियों से भूनते देखा जा सकता है. वे शॉपिंग मॉल, क्लब में घुस जाते हैं और गोलियां चलाने लगते हैं.”
शेख़ हसीना ने कहा, ”15 अगस्त के नरसंहार का गुनहगार रशीद (रशीद चौधरी) ने अमेरिका में पनाह ले रखी है. मैंने वहां के सभी निर्वाचित राष्ट्रपतियों से अपील की और क़ानूनी क़दम भी उठाए ताकि उसे बांग्लादेश लाया जा सके. इसके बावजूद अमेरिका ऐसे अपराधियों को पनाह दिए हुए है.”
रशीद चौधरी शेख़ हसीना के पिता बंगबंधु शेख़ मुजीब-उर रहमान के खिल़ाफ़ सैनिक विद्रोह का नेतृत्व कर रहे थे. उन पर शेख़ मुजीब की हत्या का आरोप है.
हसीना ने अमेरिका को भ्रष्टाचार के सवाल पर भी घेरा. उन्होंने कहा वे भ्रष्टाचार की बात करते हैं लेकिन भ्रष्टाचार में पकड़े गए लोगों की ओर से बोलते हैं.
Compiled: up18 News