अंबेडकर के पोते प्रकाश अंबेडकर ने कांग्रेस और राहुल गांधी से किए 7 सवाल

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वीबीए अध्यक्ष प्रकाश अंबेडकर ने कहा, “चूंकि कांग्रेस कल लोक सभा में राहुल गांधी की बहाली का जश्न मना रही थी, इसलिए मुझे दो बहुत ही वैध मुद्दों और सवालों पर कांग्रेस और उनके सहयोगियों का ध्यान आकर्षित करने की अनुमति दें।” प्रकाश अंबेडकर भारतीय संविधान निर्माता डॉ. बी.आर. अम्बेडकर के पोते हैं।

अपना सवाल रखते हुए अंबेडकर ने पूछा कि कांग्रेस और उसके सहयोगी कब दलितों, आदिवासियों, मुसलमानों और ओबीसी के मुद्दों को उठाएंगे। उन्होंने आधे-अधूरे मन से मणिपुर हिंसा और नूंह की घटनाओं पर प्रतिक्रियाएं दी है जो बहुत देर से आई और इसमें पॉलिटिकल करेक्टनेस की बू आ रही है।

अंबेडकर ने कांग्रेस और सहयोगियों से पूछा कि वे मणिपुर संकट पर वास्तविक सवाल कब उठाएंगे — हिंदू मैतेई को एसटी का दर्जा क्यों दिया गया, किस पार्टी ने प्रक्रिया शुरू की, और अब उनका रुख क्या है।

अंबेडकर ने यह जानने की मांग की कि कांग्रेस ने कठोर डेटा संरक्षण विधेयक पर बहस में भाग क्यों नहीं लिया, जिसे सरकार ने खाना पहुंचाने वाले ऐप से ऑर्डर की डिलीवरी से भी तेज गति से लोकसभा में पारित कर दिया।

अम्बेडकर ने अगला तीर दागा, “कांग्रेस लैपटॉप के आयात पर प्रतिबंध लगाने की नीति पर सरकार को कब घेरने जा रही है, जो सीधे तौर पर एक विशेष विनिर्माण उद्यम को मदद करती है जिसके शेयर अब बढ़ गए हैं?”

वह जानना चाहते हैं कि भारत में ‘भ्रष्टाचार के बीज’ चुनावी बांड है। इस पर कांग्रेस का क्या रुख है।

वीबीए प्रमुख ने कांग्रेस के सहयोगियों से पूछा कि क्या वे सरकार के आंकड़ों और जवाबों से सहमत हैं, जो संसद के दोनों सदनों में बार-बार दोहराया गया है कि भारत में हाथ से मैला ढोने की प्रथा बंद हो गई है।

अंबेडकर ने गारंटी योजनाओं के लिए अनुसूचित जाति योजना और अनुसूचित जनजाति योजना निधि को डायवर्ट करने के कर्नाटक सरकार के कदम पर कांग्रेस से स्पष्टीकरण मांगा।

एक अन्य आरोप में अंबेडकर ने आश्चर्य जताया कि कांग्रेस भाजपा से कितनी अलग है यदि उसके पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ बागेश्वर बाबा की मेजबानी कर रहे हैं – जो नियमित रूप से हिंदू राष्ट्र की मांग उठाते हैं?

अम्बेडकर ने अंत में कहा, “प्रिय राहुल गांधी, आपको ‘खामोश’ कर दिया गया। लेकिन क्या पूरी कांग्रेस और ‘इंडिया’ गठबंधन भी खामोश हो गया? जवाब देना होगा!”

वीबीए महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी गठबंधन में शामिल होने का प्रयास कर रहा है। वह आगामी चुनाव एक साथ लड़ने की उम्मीद कर रहा है, लेकिन अब तक उसे कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।

Compiled: up18 News