वाराणसी की ज्ञानवापी पर सीएम योगी द्वारा दिए गए बयान का अखिल भारतीय संत समिति ने भी स्वागत और समर्थन किया है। समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेन्द्रानंद सरस्वती ने वीडियो जारी कर कि ज्ञानवापी की दीवारें चीख-चीख कर बता रही है कि वो मंदिर है। उन्होंने आगे कहा कि उर्दू फारसी किसी भी भाषा में ज्ञानवापी शब्द नहीं है। ज्ञानवापी का मतलब है ज्ञान और वापी जिसका अर्थ है ज्ञान रूपी कुआं। इसलिए मुस्लिमों को इसे हिंदू पक्ष को सौंप देना चाहिए।
किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर ने भी किया समर्थन
आगे कहा कि यह संघर्ष काफी लंबा हो चुका है। अब वक्त आ गया है कि मुस्लिम समाज को वार्ता की मेज पर बैठकर काशी और मथुरा सहर्ष हिंदुओं को लौटाना चाहिए। इधर, वाराणसी पहुंचीं किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर हिमांगी सखी ने भी सीएम योगी के बयान और सरकार का समर्थन किया।
उन्होंने कहा कि ज्ञानवापी आदिविश्वेश्वर को मुक्ति दिलाने के लिए आंदोलन करने को तैयार हैं। सीएम योगी के बयान का समर्थन करते हुए महामंडलेश्वर ने कहा कि अभी तक ज्ञानवापी का गुंबद गिरा क्यों नहीं।उन्होंने कहा कि ज्ञानवापी शिवलिंग अर्धनारीश्वर मुक्त हों। मेरी कामना है कि मैं ज्ञानवापी आकर अर्धनारीश्वर शिवलिंग की पूजा करूं।
Compiled: up18 News