भाजपा महिला मोर्चा की रूबी आसिफ खान ने आज यूपी के अलीगढ़ में पुलिस सुरक्षा के बीच गणेश प्रतिमा का विसर्जन किया। बता दें कि जब रूबी ने अपने घर पर प्रतिमा स्थापित की थी तो उनके गणेश पूजन करने पर मौलवियों ने तरह तरह के बयान दिए थे। उन सभी बयानों को खारिज करते हुए रूबी ने गंगा जमुनी तहजीब की एक मिसाल पेश की है।
माबूदनगर स्थित घर से जब रूबी गणेश प्रतिमा का विसर्जन करने के लिए घर से निकलीं तो उनके साथ दो बहनें और उनके पति आसिफ भी थे। रूबी की सुरक्षा के लिए इस दौरान भारी फोर्स भी तैनात की गई थी।
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में रूबी आसिफ खान ने कहा, ‘मैं नरौरा घाट पर भगवान गणेश की मूर्ति विसर्जन के लिए ले जा रही हूं। मैंने 31 अगस्त को अपने आवास पर भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित की थी। तब फतवा जारी किया गया था। मौलाना ने कहा कि मैं हिंदू हो गई हूं क्योंकि मैंने भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित की है। मुझे इस्लाम से बहिष्कार करने और मेरे परिवार को जिंदा जलाने की धमकियां दी गईं। जब मैं बाहर जाती हूं तो लोग मुझे हिंदू कहते हैं लेकिन मुझे फतवे और मौलाना से डर नहीं लगता है। जिस तरह से मैंने मूर्ति की स्थापना की है, उसी तरह मैं पूरी लगन से विसर्जित भी करूंगी।
रूबी ने बातचीत के दौरान बताया कि मैंने जिला प्रशासन से सुरक्षा की मांग की थी लेकिन अब तक मुझे सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई। एक पुलिस कांस्टेबल मेरे घर हर रोज दो-तीन घंटे के लिए आता है। आज के लिए पुलिस स्टेशन ने मेरे परिवार की सुरक्षा के लिए दो अधिकारियों को भेजा है। इतना ही नहीं, रूबी ने यहां तक कहा कि वह भगवान गणेश की मूर्ति की पूजा और स्थापना जारी रखेगी। वह फतवे से नहीं डरती हैं।
-एजेंसी