आगरा का सदर बाजार पार्किंग विवाद: शर्त के साथ लागू हुई नई दरें, धरना-प्रदर्शन खत्म

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आगरा: सदर बाजार में पार्किंग शुल्क बढ़ाए जाने के विरोध में सदर बाजार ट्रेडर्स एसोसिएशन ने छावनी परिषद के खिलाफ धरना शुरू कर दिया था। एसोसिएशन की अध्यक्ष आशा कपूर तो अनशन पर ही बैठ गई थी। एसोसिएशन के धरना प्रदर्शन का असर देखने को मिला। छावनी परिषद के अधिकारियों ने इस मामले में हस्तक्षेप किया और सदर बाजार एसोसिएशन के पदाधिकारियों और पार्किंग ठेकेदार के बीच मध्यस्थता कराई। पार्किंग ठेकेदार ने एसोसिएशन की कुछ मांगे मानी जिस पर दोनों ओर से सहमति हुई और फिर धरना खत्म कर दिया गया।

सदर बाजार एसोसिएशन और पार्किंग ठेकेदार के बीच इस बात को लेकर मध्यस्था हुई, एसोसिएशन ने धरना खत्म किया। लेकिन एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि ठेकेदार ने एक कहावत ऊंट के मुंह में जीरा को चरितार्थ कर दिया है। पार्किंग ठेकेदार की ओर से दोपहिया और कार पर जो वर्तमान में शुल्क है उस शुल्क को पुराने दरों पर लागू करने की बात तो कही लेकिन उसमें एक शर्त रखी गई।

शर्त यह है कि दो पहिया वाहन चालक और कार चालक पार्किंग में गाड़ी खड़ी करेंगे। उस समय से 60 मिनट तक वाहन चालक को पुराने दरों से भुगतान करना होगा। जैसे ही 60 मिनट से 1 मिनट ऊपर होगा पार्किंग की नई दरें लागू हो जाएंगी। नई दरों के अनुसार ही वाहन चालक को पार्किंग शुल्क देना होगा।

सदर बाजार ट्रेडर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों और अध्यक्षा ने बताया कि छावनी परिषद में जबसे पार्किंग शुल्क बढ़ाया है, उस दिन से ही सदर मार्केट में 50 प्रतिशत ग्राहक कम हो गए है। सदर बाजार में जितने भी शोरूम और दुकाने है सभी का ऐसा ही हाल है। जब दुकान तक ग्राहक ही नही पहुँचेगा तो वो कैसे अपना भरण पोषण करेंगे और दुकान व शोरूम का खर्चा कैसे निकलेगा।

नया पार्किंग शुल्क

सदर बाजार मार्केट में छावनी परिषद द्वारा पार्किंग का पहले टेंडर उठाया था तो उस समय स्कूटर और मोटर साइकिल का किराया 10 रुपये लिया जाता था लेकिन अब 20 रुपये है। कार और तीन पहिया वाहन का शुल्क पहले 20 रुपये था और अब 50 रुपये है। टेम्पो ट्रेवल्स का 100 रुपये पार्किंग शुल्क था लेकिन अब 200 रुपये है। छावनी परिषद ने पार्किंग शुल्क दुगना कर दिया है।

सदर बाजार एसोसिएशन की ओर से धरना दिया गया तो पार्टी ठेकेदार ने पार्किंग में गाड़ी खड़े होने 60 मिनट तक पुरानी दरों पर ही शुल्क लेने का आश्वासन दिया और इसके बाद शुल्क बढ़ाए जाने की बात कही।