भाईचारे की मिसाल है आगरा की रामलीला, मुस्लिम समाज भी करता है बढ़ चढ़ कर सहयोग

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आगरा: दशहरा पर्व की तैयारियां शुरू हो गयी है। आगरा के रामलीला मैदान में रावण का लगभग 110 फीट लंबा पुतला बनाया जा रहा है। रामलीला मैदान में ‘लंकापति’ रावण, मेघनाथ सहित कई और पुतले बनाये जा रहे है। जिससें विजयदशमी के दिन राम और रावण युद्ध के मंचन के बाद लंकापति रावण व अन्य पुतलों का दहन किया जा सके।

मुस्लिम समाज बनाता है रावण का पुतला

लंकापति रावण बनाने का काम 75 वर्षीय जफर अली और उनके परिवार को सौंपा जाता है ताकि विजयदशमी के दिन पुतला दहन किया जा सके। एक मुस्लिम परिवार की पांच पीढ़ियों से रावण का पुतला बनाने का काम किया जा रहा है। परिवार के मौजूदा मुखिया जफर अली ने बताया, ‘‘आगरा रामलीला समिति के सदस्य हमें पुतले बनाने के लिए बुलाते हैं और अलग-अलग आकार के पुतले बनाने के लिए हम करीब एक महीने तक रामलीला मैदान में ही ठहरते हैं।’’ रामलीला समाप्त होने के बाद समिति अली और उनके परिवार को सम्मानित भी करती है।

बचपन से कर रहे इस काम को

अपने कौशल के बारे में बात करते हुए अली ने बताया कि, ‘‘मैं बचपन से इस पेशे में हूं। अब हमारे परिवार की पांचवीं पीढ़ी इस पेशे में है। पहले मैं अपने दादा और पिता के साथ आया करता था। अब मैं परिवार के अन्य सदस्यों और कामगारों की अगुवाई कर रहा हूं।’’ उन्होंने बताया कि उनके परिवार में 18 सदस्य हैं और सभी पुतले बनाने में कुशल हैं।

रावण का पुतला होगा 110 फुट ऊंचा

जफर अली ने बताया कि रावण का पुतला करीब 110 फुट ऊंचा बनाया जा रहा है। कुंभकरण तथा मेघनाद का पुतला क्रमश: 65 और 60 फुट ऊंचा है। वैसे तो पुतलों की ऊंचाई समिति की मांग पर निर्भर करती है। अली ने बताया पुतलों को बनाने में करीब एक महीने का समय लगता है। ये पुतले रंगीन कागज, जूट की रस्सियों, आटे से बने गोंद (लेई) और बांस की कमाची से बनाए जाते हैं।

पुतला करेगा मूवमेंट

जफर अली ने बताया कि इस बार लंकापति रावण का पुतला मूवमेंट करेगा। उसकी आंख खुलेंगी और बंद होगी। इतना ही नही वो हँसता हुआ नजर आएगा।