आगरा- ताजमहल की फोटो गैलरी विवाद: पुरातत्व विभाग ने निकाला बीच का रास्ता, फाइबर शीट लगाकर किया कवर्ड

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आगरा: ताजमहल की फोटो गैलरी के पास बने शौचालय के निकट लगे हिंदू देवी देवताओं के फोटो का मामला तूल पकड़ने के बाद अब एएसआई डैमेज कंट्रोल में लग गया है। जिससे विभाग की किरकिरी न हो और मामला अधिक तूल न पकड़े। एएसआई विभाग की ओर से वहां से हिंदू देवी देवताओं के फोटो और तस्वीर तो नहीं हटाए गए लेकिन बीच का रास्ता निकालते हुए विभाग ने फोटो गैलरी को फाइबर शीट लगाकर कवर्ड कर दिया है जिससे कि गैलरी से टायलेट नजर नहीं आए।

निकाला बीच का रास्ता

ताजमहल आजकल मोहब्बत की निशानी के लिए नहीं बल्कि विवादों के लिए जाना जा रहा है। कई ऐसे विवाद हो चुके हैं जिसके चलते एएसआई विभाग को डैमेज कंट्रोल करने में जुटना पड़ा। ऐसा ही एक मामला ताजमहल में बनी फोटो गैलरी की शौचालय के पास लगे हिंदू देवी देवताओं के फोटो को लेकर था। एएसआई विभाग द्वारा अगर यहां से फोटो हटाई जाते तो हो सकता था कोई और नया मामला तूल पकड़ जाता इसीलिए अधिकारियों ने अपनी समझदारी और सूझबूझ का परिचय देते हुए बीच का रास्ता निकाल लिया और वहां पर फाइबर की सीट लगवा दी।

अधीक्षण पुरातत्वविद् राजकुमार पटेल का कहना है कि फोटो गैलरी में राधा-कृष्ण के चित्र के नजदीक अस्थायी रूप से फाइबर की शीट लगाई गई है। फाइबर शीट के ऊपर रंग किया गया है, जिससे कि वह स्मारक से अलग नहीं दिखे।

संत मत्सेंद्र गोस्वामी ने की थी आपत्ति

पिछले दिनों जालौन के उरई निवासी संत मत्सेंद्र गोस्वामी ताजमहल भ्रमण करने के लिए आए थे और इस भ्रमण के दौरान जब वह ताजमहल में रायल गेट के पश्चिमी तरफ दालान में फोटो गैलरी देखने पहुंचे। यहां पर क्रोनोलाजिकल सीक्वेंस में धरोहरों के चित्र लगे हैं लेकिन राधा कृष्ण के चित्र पास में बने शौचालय के पास लगे हुए थे जिसको देखकर संत मत्सेंद्र गोस्वामी ने आपत्ति जताई थी और एक वीडियो भी वायरल किया था। शौचालय के पास से हिंदू देवी देवताओं के फोटो न हटने पर धरना और अनशन करने की चेतावनी दी थी।