आगरा: सामाजिक कार्यकर्ता बृजेश पंडित गिरफ्तार, पीड़िता को भेजे थे अश्लील मैसेज

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आगरा: दो समाजसेवियों बीच चल रही रार का असर पूरी तरह से स्वतंत्रता दिवस पर देखने को मिला। एक समाजसेवी महिला की शिकायत पर सामाजिक कार्यकर्ता बृजेश पंडित को गिरफ्तार किया गया और जेल भी भेज दिया गया। बताया जाता है कि थाना ताजगंज पुलिस ने महिला को बदनाम करने के आरोप में सामाजिक कार्यकर्ता ब्रजेश पंडित को गिरफ्तार किया गया है।

शिकायत करने वाली महिला ने ब्रजेश पंडित पर उसे बदनाम करने, कई व्हाट्सएप ग्रुप पर उसके बारे में अश्लील मैसेज भेजने और पांच लाख रुपये की चौथ मांगने के आरोप लगाये थे। पुलिस इस मामले में काफी समय से जांच पड़ताल कर रही थी और बृजेश पंडित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।

थाना सदर क्षेत्र की रहने वाली महिला ने आईजी रेंज ऑफिस में शिकायत की थी। शिकायत में कहा कि वह सामाजिक कार्यकर्ता है। उससे नामनेर निवासी बृजेश शर्मा उर्फ बृजेश पंडित ने संपर्क किया। अपनी ‘संकल्प सेवा’ संस्था में सहयोग करने का प्रस्ताव रखा। इस पर वह संस्था के साथ जुड़कर सामाजिक कार्य करने लगी

आरोप है कि बृजेश पंडित महिला को व्हाट्सएप पर अशोभनीय, असम्मानजनक और अश्लील मैसेज करने लगा। अकेले में मिलने का भी दबाव बनाया। ऐसा नहीं करने पर ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। पीड़िता ब्रजेश पंडित द्वारा संचालित सभी व्हाट्सएप ग्रुप से अलग हो गई। अपनी पूर्व की संस्था में ही कार्य करना शुरू कर दिया।

शिकायत में कहा गया है कि इसके बाद भी सामाजिक कार्यकर्ता ब्रजेश पंडित की हरकतें बंद नहीं हुईं। आरोपी ने विभिन्न ग्रुपों में महिला के बारे में अशोभनीय, असम्मानजनक मैसेज भेजकर सामाजिक प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाना शुरू कर दिया। पांच लाख रुपये की चौथ भी मांगी। आरोपी की हरकतों से महिला परेशान हो गई। इस मामले में पिछले दिनों थाना ताजगंज में आईटी एक्ट, छेड़छाड़, चौथ मांगने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया।

थाना ताजगंज के प्रभारी निरीक्षक भूपेंद्र कुमार का कहना है कि आरोपी ब्रजेश पंडित को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया

गौरतलब है कि इस महिला और ब्रजेश पंडित के बीच विगत जून माह में विवाद सार्वजनिक हुआ था, जब व्हाट्सएप ग्रुप से रिमूव करने को लेकर उन्होंने एक-दूसरे को कानूनी नोटिस भेजे थे। इन नोटिसों को कुछ व्हाट्सएप ग्रुपों में वायरल भी कर दिया गया था।

अभी लगभग 1 महीने पहले भी यह मामला तूल पकड़ा था और महिला पक्ष अपने साथियों के साथ पुलिस के एक बड़े अधिकारी से मिलने भी पहुंचा था। बताया जाता है कि उस समय उस बड़े अधिकारी से इस गुट की वार्ता नहीं हो पाई थी लेकिन बाद में यह कानूनी कार्रवाई में धीरे-धीरे बदलता चला गया।

पिछले दिनों इस मामले को लेकर बृजेश पंडित ने अपना पक्ष रखते हुए महिला पर ही गंभीर आरोप लगाए थे। उनका कहना था कि महिला किसी के कहने पर इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रही है।

-एजेंसी