आगरा रेल मंडल सौर ऊर्जा से हो रहा है परिपूर्ण, छह महीने में विद्युत खर्चे के बचाए 40 लाख

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आगरा: देश की जनसंख्या लगातार बढ़ रही है और जनसंख्या के मामले में देश दूसरे स्थान पर है। जिस हिसाब से जनसंख्या बढ़ी है उस हिसाब से विद्युत के साथ-साथ पेट्रोलियम पदार्थों की खपत भी बढ़ गई है। पेट्रोलियम पदार्थों से प्रदूषण भी होता है तो वहीं विद्युत भी मांग के अनुसार नहीं बन पा रही है। ऐसे में सौर ऊर्जा ही एकमात्र ऐसा विकल्प बचा है जिसके माध्यम से विद्युत और पेट्रोलियम पदार्थ के रूप में सौर ऊर्जा को विकल्प के रूप में यूज किया जा सकता है।

इन सभी समस्याओं को ध्यान में रखते हुए आगरा रेल मंडल अपने आपको सौर ऊर्जा से परिपूर्ण करने में जुट गया है आगरा रेल मंडल की ओर से आगरा रेल मंडल कार्यालय में विभिन्न कार्यों और विद्युत की आवश्यकता पूर्ति हेतु काफी संख्या में सौर ऊर्जा के संयंत्र लगाए हैं और इन संयंत्रों के चलते ही आगरा रेल मंडल ने अपने विद्युत खर्चे के 4000000 रुपए बचाए हैं जो 6 महीने का खर्च है।

अप्रैल से लेकर सितंबर तक 1.97 लाख यूनिट बिजली बनाई

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कई बार बिजली बचाने के साथ-साथ सौर ऊर्जा पर भारत को आगे बढ़ने के संकेत दे चुके हैं। भारतीय रेल में भी बिजली की खपत सबसे अधिक है। इसीलिए रेल मंत्रालय ने पीएम नरेंद्र मोदी के संकल्प एवं सपनों को साकार करने के लिए सौर ऊर्जा की तरफ कदम बढ़ाया है। जिसमें आगरा रेल डिवीजन भी पीछे नहीं है। आगरा रेल डिवीजन अप्रैल से लेकर सितंबर तक 1.97 लाख यूनिट बिजली सौर ऊर्जा से बनाई है और उसका सदुपयोग भी किया है सौर ऊर्जा के माध्यम से आगरा रेल मंडल ने लगभग 6 महीने का 40 लाख से अधिक विद्युत व्यय की बचत की है।

भविष्य में सौर ऊर्जा से चकेगी ट्रेन

80 और 90 के दशक तक भारतीय रेलवे ट्रेनों को भाप इंजन कोयले डीजल से संचालित करता था। आधुनिकता की ओर बढ़ते हुए इनमें बदलाव हुआ से विद्युत से ट्रेन संचालित होने लगी। इलेक्ट्रिक इंजनों के माध्यम से ट्रेनों को संचालित कर रहा है। लेकिन इलेक्ट्रिक से चलने वाली ट्रेनों फिर भी विद्युत की खपत अधिक बढ़ गई है। देश में विद्युत आपूर्ति के जो संसाधन है उसी से विद्युत बनाई जा रही है लेकिन खपत के मुताबिक वह भी कम है। इसीलिए रेलवे ने अभी से सौर ऊर्जा से तीनों को संचालित करने की योजना तैयार की है और इस योजना पर रेलवे काम भी कर रहा है सब कुछ ठीक रहा तो भविष्य में सौर ऊर्जा से ट्रेनों का संचालन देखा जा सकेगा।

आगरा डिवीजन की पीआरओ प्रशस्ति श्रीवास्तव का कहना है कि आगरा रेल मंडल में भी सौर ऊर्जा का अधिक प्रयोग किया जा रहा है सौर ऊर्जा के माध्यम से ही बिजली बनाई जा रही है और विद्युत का अतिरिक्त व्यय कम किया जा रहा है। रेलवे स्टेशन के साथ साथ रेलवे के तमाम कार्यालयों को सौर ऊर्जा से चलाया जा रहा है। जिस तरह से आगरा रेल मंडल में सौर ऊर्जा पर काम हो रहा है भविष्य में पूरी संभावनाएं हैं कि ट्रेन भी सौर ऊर्जा से संचालित होंगी, इस दिशा में रेलवे काम भी करा है।