आगरा: जीएसटी काउंसिल द्वारा पैकिंग की नई परिभाषा में बदलाव कर खाद्यान्न को पांच फीसदी टैक्स के दायरे में लाए जाने के निर्णय के विरोध में शनिवार को देशव्यापी बंद रहा। इसके समर्थन में आगरा का गल्ला कारोबार भी बंद रहा।
मोतीगंज खाद्य बाजार की 300 दुकानों में से अधिकतर के शटर बंद रहे। वहीं फिरोजाबाद रोड स्थित नवीन गल्ला मंडी परिसर में सन्नाटे रहे। यहां से माल की लदान नहीं की गई। इस पूरी कवायद में लगभग आठ करोड़ रुपये की बिक्री प्रभावित हो जाने का आकलन है। कल रविवार का साप्ताहिक अवकाश है। इसलिए लोगों को दाल एवं चावल की खरीद के लिए सोमवार तक इंतजार करना होगा।
श्री मोतीगंज खाद्य व्यापार समिति के अध्यक्ष रमनलाल गोयल एवं आगरा व्यापार समिति के अध्यक्ष जयप्रकाश अग्रवाल ने केन्द्र सरकार के जीएसटी संबंधी निर्णय की कड़ी आलोचना की। कहा कि यह निर्णय कॉरपोरेट घरानों के दबाव में लिया गया है। इसके कारण आमजन के आटा, मैदा, सूजी, गुड़, चावल, दाल आदि महंगे होने जा रहे हैं। खाद्यान्न में पेकिंग दिखावे के लिए नहीं होती। इसका इस्तेमाल खाद्यान्न की सुरक्षा के लिए किया जाता है। इसके बावजूद सरकार ने पांच फीसदी का टैक्स लगाकर बाजार में महंगाई की आग को और भी ज्यादा भड़का दिया है।
शनिवार के दिन हड़ताल के चलते बाजार बंद रहा तो रविवार को मोतीगंज व अन्य खाद्यान्न बाजार बंद रहते हैं। श्री मोतीगंज खाद्य व्यापार समिति के सदस्यों की आम सभा में केन्द्र सरकार के जीएसटी संबंधी निर्णय की कड़ी आलोचना की गई। वक्ताओं का कहना था कि यह निर्णय कॉरपोरेट घरानों के दबाव में लिया गया है। इसके कारण आमजन के आटा, मैदा, सूजी, गुड़, चावल, दाल आदि महंगे हो जाएंगे।
-up18news
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