Agra News: थमे इलेक्ट्रिक बसों के पहिये, तनख्वाह न मिलने से चालको का धरना जारी

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आगरा:- इलेक्ट्रिक बसों के चालको और परिचालकों ने तनख्वाह न मिलने पर शुक्रवार सुबह धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। आरोप है कि चालको की सुनवाई नही होती। प्राइवेट कंपनी के हाथ मे ठेका है जो अपनी मनमानी करते हैं।

फाउंड्री नगर स्थित इलेक्ट्रिक बसों के डिपो के चालको और परिचालकों का आरोप है कि पिछले दो वर्षों से उनकी तनख्वाह नही बढ़ाई गई है। इस बारे में कंपनी से लेकर एसडीएम से लेकर मंडलायुक्त से कई बार शिकायत करी गई है। मगर अब तक कहीं पर सुनवाई नही हुई है। आज 13 तारीख हो गई मगर अभी तक तनख्वाह नही दी गई है। पूछने पर टालमटोल कर दिया जाता है।

कंपनी द्वारा मैनेजर पिछले दो सालों में कई बार बदले जा चुके हैं। कुछ समय पहले आए मैनेजर को किसी ने देखा तक नही है। जब तक उनकी सुनवाई नही होगी वह लोग धरना प्रदर्शन नहीं खत्म करेंगे। आपको बताते चलें कि इलेक्ट्रिक बसों पर चलने वाले चालको और परिचालकों का ठेका दिल्ली की एक निजी कंपनी को दिया गया है। बीते दो वर्ष में कई बार डिपो पर हंगामा हो चुका है। चालको की सुनने वाला कोई नही है। मनमर्जी के आगे चालको को झुकना पड़ता है अन्यथा उन्हें नौकरी से हटाने की धमकी दे दी जाती है।

जब तक कोई जिम्मेदार अधिकारी मौके पर आकर उनकी परेशानियों की सुनवाई कर उन्हें दूर नही करवाया जाता तब तक वह लोग धरना चालू रखेंगे।

नहीं मिला मांगों पर आश्वासन अभी तक जारी है चालकों की हड़ताल

प्राइवेट कंपनी की मनमानी की वजह से सुबह से चल रही बस चालको की हड़ताल अभी भी जारी है। माँगो पर सुबह से शाम होने तक भी कोई आश्वाशन न मिलने पर हड़ताल जारी है। आपको बताते चलें कि ताजनगरी आगरा में संचालित हो रही इलेक्ट्रिक बसों के चालक और परिचालकों को बीते तीन महीने से वेतन नही मिला है जिस कारण सभी के घरों में हालात बेहद खराब हो गए हैं। स्कूल में पढ़ने वाले बच्चो की फीस नही भरी गई है, घर मे राशन भी खत्म हो चुका है। वेतन की बात कहने पर फाउंड्री नगर डिपो के मैनेजर द्वारा तारीख बता दी जाती है मगर वेतन नही दिया गया। झूठे आश्वासनों से परेशान होकर बस संचालको ने आज सुबह डिपो के गेट पर ताला लगाकर हड़ताल शुरू कर दी है। सुबह से धरने पर बैठे बस संचालको की शाम कोई सुनवाई नही करी गई है।

भाकियू भानु के कार्यकर्ता भी धरने में हुए शामिल

भाकियू भानु के कार्यकर्ता भी बस संचालको के साथ सुबह से धरने पर बैठे हुए हैं। युवा भारतीय किसान यूनियन भानु के प्रदेश अध्यक्ष पवन समाधिया ने बताया कि बसों के चालक और परिचालकों को नौकरी पर रखने का ठेका दिल्ली की प्राइवेट कंपनी अलसिफ़ा को दिया गया है। पिछले दो वर्षों से किसी भी कर्मचारी के वेतन में वृद्धि नही करी गई है। समय पर वेतन न मिलने पर पहले भी कई बार धरने प्रदर्शन हो चुके हैं। भाकियू भानु हमेशा बस संचालको के साथ रह है। कंपनी द्वारा हमेशा सिर्फ आश्वासन दिया जाता है मगर उन्हें पूरा कभी नही किया जाता। आज सुबह से भानु के सभी कार्यकर्ता हड़ताल में कर्मचारियों के साथ धरने पर बैठे हुए हैं मगर कंपनी की तरफ से किसी भी प्रकार की सुनवाई अभी तक नही करी गई है। भाकियू के सभी लोग माँगे पूरी न होने तक कर्मचारियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर हड़ताल में साथ रहेंगे।