आगरा: ताजमहल पर टिकट रिसेलिंग का खेल बरकरार है लेकिन इस मामले में कोई ठोस कदम न तो एएसआई उठा पा रहा है और न ही पुलिस टिकट रिसेलिंग के कॉकस को तोड़ पा रही है। सोमवार को ताजमहल निहारने आये पर्यटकों को इस्तेमाल हो चुकी टिकट पुनः बेच दी गईं। पूर्वी गेट पर चेकिंग के दौरान पर्यटकों को पकड़ लिया गया और उन्हें ताज में प्रवेश नहीं मिला। पर्यटक ने टिकट बेचने वालों से इसकी शिकायत की तो उनसे अभद्रता की गई। इस पर पर्यटक ने पर्यटन पुलिस से शिकायत की और दो लोगों के विरुद्ध धोखाधड़ी का अभियोग पंजीकृत किया गया है।
उज्जैन से आया था पर्यटकों का ग्रुप
जानकारी के मुताबिक सोमवार को उज्जैन से 20 पर्यटकों का ग्रुप ताजमहल देखने आया था। शिल्पग्राम रोड स्थित सितारा होटल के समीप उन्हें एक युवक मिला। उसने उन्हें आनलाइन टिकट बुक कर देने की बात कही। पर्यटक युवक के साथ शिल्पग्राम रोड स्थित एक पेठा स्टोर पहुंचे। उन्हें 20 टिकट दीं और प्रत्येक टिकट के 60 रुपये वसूले। जबकि ताजमहल की आनलाइन टिकट 45 रुपये की ही है। पर्यटक जब ताजमहल के पूर्वी गेट पर पहुंचे तो टिकट चेकिंग में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के कर्मचारी ने तीन टिकट फर्जी होने की जानकारी दी।
टिकटों से पहले ही प्रवेश हो चुका
कर्मचारी ने बताया कि इन टिकटों से पहले ही प्रवेश हो चुका है। इसके बाद पर्यटक वापस पेठा स्टोर पहुंचे। वहां मौजूद युवक व उसके साथी से जब पर्यटकों ने इस्तेमाल हो चुकी टिकट देने की बात कही तो दोनों अभद्रता पर उतर आए।
पर्यटन थाने में दी तहरीर
पीड़ित राजेन्द्र सिंह s/o गोरधन सिंह गाँव नरसिंगा थाना बड़नगर जिला उज्जैन म0प्र0 ने पर्यटन थाने में तहरीर दी। उन्होंने शानू पुत्र एहसान निवासी 5ए/4 टीला बालूगंज थाना रकाबगंज जनपद आगरा उम्र करीब 39 वर्ष एवं हेमू अग्रवाल पुत्र नीरज अग्रवाल निवासी नई आबादी धांधूपुरा थाना ताजगंज जनपद आगरा के खिलाफ तहरीर दी। तहरीर पर धारा 420, 504, 506 भा0द0वि0 पंजीकृत हुआ है। इंस्पेक्टर पर्यटन रीना चौधरी ने बताया कि पर्यटक को इस्तेमाल की हुई टिकट बेचने के मामले में अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है।