आगरा: प्रेम में असफल युवक ने खुन्नस में युवती के नाम वाले अस्पताल में बम रखे होने की सूचना दे दी। दिल्ली गेट स्थित पुष्पांजलि हॉस्पीटल में शनिवार रात बम की सूचना पर पुलिस फोर्स तलाशी में जुट गया। इस दौरान मरीजों, तीमारदारों या स्टाफ में किसी तरह की अफरा-तफरी न मचे इसके लिए पुलिस ने तलाशी को मॉक ड्रिल का नाम दिया। रातभर तलाशी के बाद बम न मिलने पर पुलिस ने राहत की सांस ली और सूचना देने वाले को पकड़ा तो असली वजह सामने आई।
मामला थाना हरीपर्वत क्षेत्र का है। पुलिस ने बताया कि शनिवार रात को पुष्पांजलि हॉस्पीटल की हेल्पलाइन नंबर पर एक फोन आया। फोन करने वाले ने कहा कि हॉस्पीटल में बम है। हॉस्पीटल प्रबंधन ने पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए और बम की जानकारी से कोई अप्रिय स्थिति न बने इसलिए सर्च को मॉकड्रिल का नाम दिया। हॉस्पीटल में तीमारदार, मरीज और स्टॉफ को बताया गया कि एक मॉकड्रिल है। पुलिस ने करीब 400 तीमारदार, 100 मरीज और 50 स्टाफ की चेकिंग की। कई घंटे तक सर्च ऑपरेशन चला, लेकिन कुछ नहीं मिला।
इसके बाद पुलिस ने बम की सूचना देने वाले नंबर की लोकशन निकाली। नंबर अलीगढ़ के इगलास के रहने वाले मुकेश का था। पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह एक डिग्री कॉलेज में सफाई कर्मी है। पंद्रह साल पहले कॉलेज में “पुष्पांजलि” नाम की युवती पढ़ती थी। उसे युवती से एकतरफा प्यार हो गया था। एक बार इजहार करने पर युवती ने उसकी पिटाई लगा दी थी।
इसके बाद वह पढ़ाई पूरी कर कॉलेज से चली गई, मगर, वह युवती को भूल नहीं पाया। आरोपी ने बताया कि अलीगढ़ स्टेशन पर पुष्पांजलि हॉस्पीटल का बोर्ड लगा है। वह रोज उस बोर्ड को देखता था तो उसे युवती का चेहरा नजर आता था। वह उससे बदला लेना चाहता था। उसे पुष्पांजलि नाम से चिढ़ थी। ऐसे में उसने शनिवार को शराब पीकर बोर्ड के नीचे लिखे हेल्पलाइन नंबर पर फोन कर बम की सूचना दे दी।
इंस्पेक्टर हरीपर्वत आलोक कुमार ने बताया कि युवक मानसिक रूप से बीमार है। आगरा के चिकित्सक से उसका इलाज भी चल रहा है। उसके घर वाले आए थे। युवक को चेतावनी देकर घर वालों के सुपुर्द कर दिया गया।
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