Agra News: ट्रैन में वायु सेना कर्मी के सामान चोरी का हुआ खुलासा, पकड़े गए इनामी चोर

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आगरा: एपी एक्सप्रेस में वायु सेना कर्मी के सामान की चोरी की घटना का आज जीआरपी आगरा कैंट ने अनावरण कर दिया है। जीआरपी आगरा कैंट ने इस संबंध में दो शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है जिनके पास से वायु सेना कर्मी के ट्रेन से चोरी हुए सामान को भी बरामद किया है। जीआरपी ने दोनों शातिर चोरों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, साथ ही उनके अन्य साथियों की भी धरपकड़ की जा रही है।

22 जून को हुई थी चोरी की घटना

एसपी रेलवे मोहम्मद मुश्ताक ने बताया कि 22 जून को एयरफोर्स दिल्ली में कार्यरत आई के मुरली कृष्ण अपनी पत्नी के साथ विशाखापट्टनम से दिल्ली के लिए एपी एक्सप्रेसके सवार हुए थे। बी-7 कोच में उनकी सीट रिज़र्व थी। इस यात्रा के दौरान एयरपोर्ट कर्मचारी की पत्नी का बैग चोरी हो गया था। जिसमें उनके सोने चांदी के आभूषण, मोबाइल और नगदी रखी हुई थी। इसकी शिकायत उन्होंने जीआरपी में दर्ज कराई थी। मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत कार्रवाई को अंजाम दिया गया और 4 दिनों में ही इस पूरे मामले का खुलासा कर शातिर चोरों को जेल भेज दिया गया।

एसपी रेलवे मोहम्मद मुस्ताक ने बताया कि इस घटना के बाद जीआरपी सक्रिय हुई और 5 टीमों को इस चोरी के खुलासे के लिए लगाया गया था। सर्विलांस की मदद ली गई साथ ही स्टेशनों पर लगे सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले गए। इन सीसीटीवी कैमरे में अज्ञात चोर कैद हो गए, जिसके बाद इनकी धरपकड़ के प्रयास शुरू कर दिए गए। इन दोनों को आज गिरफ्तार कर चोरी का सारा सामान बरामद कर लिया गया है।

पकड़े गए इनामी चोर

मोहम्मद मुश्ताक ने बताया कि पकड़े गए शातिर युवक इनामी चोर थे। दोनों के ऊपर 25-25 हज़ार का इनाम घोषित था। पकड़े गए अभियुक्तों के नाम भीमसेन उर्फ भीमा दूसरा लवकुश कुशवाहा पुत्र बलबीर है जो चलती ट्रेनों में टिकट लेकर यात्रा करते हैं और अपना शिकार ढूंढते हैं।

पूछताछ में किया यह खुलासा

जीआरपी ने जब दोनों शातिर चोरों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि इसके अलावा उन्होंने कई और चोरी की वारदातों को अंजाम दिया है। 18 मई को ट्रेन से एक मोबाइल और 27 अप्रैल को मध्य प्रदेश संपर्क क्रांति एक्सप्रेस से यात्रियों के सामान की चोरी की थी। उन्होंने बताया कि वह चलती ट्रेनों में टिकट लेकर सफर करते थे। अपने साथियों के साथ गैंग बनाकर चोरी व लूट की वारदातों को अंजाम देते थे। ट्रेनों में जब यात्री सो जाते हैं तब वह अपने कार्य को अंजाम देकर फरार हो जाते थे।