आगरा: एसोचैम दिल्ली द्वारा नेशनल चैम्बर और लघु उद्योग भारती की जिला शाखा के सहयोग से सोमवार की सायं आयोजित कार्यशाला में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में उद्योगों के लिए प्रोत्साहन जोन की जानकारी दी गई।
होटल क्लार्क्स शिराज में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि यूएई के शेख रायद बुखातिर और उनके सहयोगियों ने यूएई सरकार द्वारा उद्योगों के लिए चलाई जा रही प्रोत्साहन योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उनके देश में करीब आठ हजार कंपनियां अपने व्यापार का विस्तार कर चुकी हैं, इनमें से साठ प्रतिशत भारतीय हैं।
उनके सहयोगी शोएब ने बताया कि शारजाह में निर्यात प्रोत्साहन के लिए सैफ जोन बनाया गया है, जहा एक ही छत के नीचे सभी क्लीयरेंस दी जा रही हैं। कई तरह की रियायतें भी दी जा रही हैं। यहां एयर कार्गो और शिपिंग की भी सुविधा है।
कार्यक्रम का संचालन कर रहे इरफान ने कहा कि भारत में फैक्ट्री चलाना जंग लड़ने जैसा है, जबकि यूएई सरकार आपको तमाम सुविधाएं दे रही है।
महिला प्रतिनिधि सुश्री वफा ने स्पष्ट किया कि यूएई सरकार भारतीय उद्यमियों से अपना उद्योग यहां बंद कर यूएई में खोलने के लिए नहीं कह रही है, वह केवल उद्योग को बढ़ावा देने के लिए यूएई का खिड़की की तरह इस्तेमाल करने के लिए कह रही है।
नीतियां दीर्घावधि वाली हों – राजेश गोयल
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नेशनल चैम्बर के अध्यक्ष राजेश गोयल ने कहा कि वर्तमान में यूएई की नीतियां काफी अच्छी हैं, लेकिन ये नीतियां दीर्घावधि वाली होनी चाहिए, जिससे उद्यमियों को किसी प्रकार की आशंका न रहे।
कम्पनियों के साथ बैठकें कराएं – भुवेश अग्रवाल
कार्यक्रम में लघु उद्योग भारती के जिलाध्यक्ष भुवेश अग्रवाल ने सुझाव दिया कि भारतीय उद्यमियों में निवेश के प्रति भरोसा जगाने के लिए यूएई में पहले से काम कर रही कम्पनियों के प्रतिनिधियों से उनकी बैठकें कराई जानी चाहिए।