आगरा: थाना पिनाहट क्षेत्र के गांव अर्जुनपुरा में दबंगों की मारपीट से घायल राजू को छह दिन के उपचार के बाद भी डाक्टर उसे बचा नहीं सके। पोस्टमार्टम के बाद मृतक का शव गांव में पहुंचा तो लोगों ने शव को अंतिम संस्कार के लिए उठने नहीं दिया। वे हमलावरों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग कर रहे थे।
आरोप है कि छह दिन पहले गांव के ही रामवीर समेत कुछ अन्य दबंगों ने अधेड़ राजू को इसीलिए बुरी तरह पीटा था क्योंकि उसने उनसे उधार के पैसे मांग लिए थे। हमलावरों ने उस पर लाठी-डंडों के अलावा कुल्हाड़ी से भी वार किया था, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। हमलावर उसे मरणासन्न अवस्था में तालाब किनारे फेंक गए थे।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, परिवारीजनों को जब उसके तालाब के पास पड़े होने की जानकारी मिली तो वे उसे अस्पताल ले गये। छह दिन तक उसका इलाज चला, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। परिजनों ने चार हमलावरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
परिजनों की शिकायत है कि पुलिस ने आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं की है। मृतक का शव बुधवार गांव पहुंचा तो परिवारीजनों ने उसे उठने नहीं दिया। उनकी मांग थी कि हमलावर रामवीर व अन्य के खिलाफ हत्या का मुकदमा लिखा जाए।
पुलिस ने इस मामले को गैर इरादतन हत्या में दर्ज किया है। पुलिस अधिकारी गांव वालों को समझा रहे थे कि तफ्तीश के हिसाब से धाराएं बदल जाएंगी, लेकिन लोग तत्काल मामले को हत्या में दर्ज करने के लिए हंगामा कर रहे थे।