Agra News: एक ही सिरिंज से लगाए रेबीज इंजेक्शन, मरीज इन्फेक्शन का शिकार, जिला अस्पताल पर गंभीर आरोप

स्थानीय समाचार

आगरा: केंद्र की मोदी सरकार के साथ उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार सूबे में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए तमाम योजना लेकर आ रही है। जिसका असर उत्तर प्रदेश में देखने को भी मिल रहा है, लेकिन स्वास्थ्य महकमे के कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही के चलते केंद्र और राज्य सरकार की छवि खराब हो रही है। एक नया केस आगरा के जिला अस्पताल में देखने को मिला है। थाना शाहगंज क्षेत्र अंतर्गत रुई की मंडी के जोगी पाड़ा का मामला है, जहां रेबीज का इंजेक्शन लगवाने से विशाल को इन्फेक्शन हो गया।

क्या है पूरा मामला

दरअसल, 27 दिसंबर 2023 को विशाल नाम का लड़का रेबीज का इंजेक्शन लगवाने के लिए जिला अस्पताल पहुंचा था। आरोप है कि जिला अस्पताल में पहुंचे विशाल को जिस सिरिंज से रेबीज की पहली डोज़ लगाईं गई थी, उसी सिरिंज से कई अन्य लोगों को भी रेबीज का इंजेक्शन लगाया गया था। विशाल ने इंजेक्शन लगा रही नर्स का विरोध भी जताया। 28 तारीख को विशाल के पूरे शरीर में लाल निशान पड़ गए। विशाल और उसके परिवार वाले इंजेक्शन के रिएक्शन को देखकर घबरा गया। विशाल को उस इंजेक्शन के रिएक्शन के चलते एक पैर में लचक भी आ गई है और विशाल को चलने में अब परेशानी हो रही है।

अस्पताल के डिप्टी सीएमएस ने बताया गंभीर मामला
आज विशाल 3 जनवरी को पुनः जिला अस्पताल पहुंचा और उसने रिएक्शन की जानकारी मेडिकल स्टाफ को दी। मेडिकल स्टाफ ने विशाल को चिकित्सक के पास भेज दिया। विशाल ने बताया कि उसको इधर उधर चत्तर कटवाए और अन्य जगह का रास्ता दिखा दिया।

जिला अस्पताल के डिप्टी सीएमएस सीपी वर्मा मरीज विशाल की दशा को देखकर दंग रह गए। उन्होंने विशाल को देखकर कहा कि हमने ऐसा कभी नहीं देखा कि किसी मरीज को रेबीज के इंजेक्शन के बाद इस तरीके से रिएक्शन हुआ हो। सीपी वर्मा ने विशाल से कहा कि अब अधिक समय हो गया है, आप कल सुबह आए और आपका पूरा सहयोग किया जाएगा।

पीड़ित के पिता हैं परेशान

पीड़ित विशाल के पिता हरी मोहन का कहना है कि अगर मेरे बेटे को कुछ हो गया तो हम लोगों का क्या होगा, वह अकेला ही परिवार में कमाने वाला है। उन्होंने कहा कि यहां पर गरीबों को सुनने वाला कोई नहीं है। रेबीज के इंजेक्शन से मेरे बेटे की जान पर बन आई है। मेरे बेटे की इस हालात का जिम्मेदार सिर्फ जिला अस्पताल है। उन्होंने बेटे की हालत का जिम्मेदार जिला अस्पताल प्रशासन को ठहराया है।

मेडिकल स्टॉफ पर कार्रवाई की मांग

वहीं, पीड़ित विशाल का कहना है कि वह इस मामले की पूरी जानकारी जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी को देंगे। ऐसे लापरवाह मेडिकल स्टॉफ पर कड़ी कार्रवाई की जा सके। जिससे भविष्य में किसी अन्य मरीज की इस तरह जान पर न बन आए।

Compiled by up18 News


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