आगरा: उतर प्रदेश सरकार द्वारा जनता के हित के लिए प्रदेश भर में संचालित पीआरवी 112 की पुलिस रविवार को देवदूत बनकर यमुना नदी के पुल पर उस समय पहुँच गई जब पुल की रेलिंग से एक महिला छलाँग लगाकर अपनी जान देने जा रही थी। फिल्मी स्टाइल में पीआरवी सिपाहियो द्वारा छलाँग लगाकर महिला को नदी में कूदने से बचा लिया गया।
घटना सुबह दस बजे की बताई गई है जब थाना एत्माद्दौला क्षेत्र के घाट निवासी महिला रविवार यमुना नदी पर बने जवाहर पुल पर पहुँची और पुल की रेलिंग पर चढ़ गई। महिला अपनी जान देने के लिए यमुना नदी में कूदने के लिए ही जा रही थी कि उसी समय पीआरवी 0017 टीम पहुँच गई और सिपाहियों ने जान देने जा रही महिला को पकड़कर रेलिंग से तुरंत नीचे उतार लिया।
पीआरवी पर तैनात सिपाही विकेश चंद, दीपेंद्र पाल और प्रेम शंकर से महिला से नदी में कूदकर अपनी जान देने का कारण पूछा। महिला ने बताया कि बारह वर्ष पहले उसकी शादी खेरिया मोड़ क्षेत्र में हुई थी। महिला के नौ वर्ष की एक बेटी भी है। ससुरालीजनों उसे काफी समय से प्रताड़ित कर रहे हैं।
महिला ने ससुरालियों पर आरोप लगाते हुए बताया कि ससुरालीजन उसे कभी चोरी के झूठे आरोप में तो कभी दहेज के ताने मारकर मारपीट करते हैं और घर से बाहर निकाल देते हैं। तीन वर्षों से वह अपनी नौ वर्षीय बेटी के साथ मायके में रहने को मजबूर है। रविवार की सुबह अपनी माँ से किसी बात पर झगड़ा हो गया।
ससुरालियों की प्रताड़ना से परेशान होकर वह जवाहर पुल पर पहुँच कर अपनी जीवन लीला समाप्त करने के लिए पहुँची थी। समय रहते अगर पीआरवी 0017 के पुलिसकर्मी मौके पर नही पहुँचते तो उसकी जान चली गई होती। मौके पर महिला की माँ और नानी पहुँची जिसके बाद महिला को समझा बुझाकर उसके घर वापस भेज दिया गया।