आगरा: ‘सर जी मेरी फोटो मत खींचिए मुझे चुनाव लड़ना है, जीआरपी ने पकड़कर पहले से ही मेरा आधार पोलिटिकल कैरियर खत्म कर दिया है लेकिन आपकी न्यूज़ चली तो मेरा पोलिटिकल कैरियर पूरी तरह से खत्म हो जाएगा।’ जीआरपी आगरा कैंट द्वारा पकड़े गए सांसी गैंग का सरगना राजवीर लगातार यही बात कह रहा था। जीआरपी आगरा कैंट साथी गैंग के सदस्यों को पहले ही जेल भी चुकी थी लेकिन सरगना फरार चल रहा था जिसे अब गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।
जानकारी के मुताबिक सांसी गैंग के सरगना राजवीर की सरगर्मी से तलाश चल रही थी। इस गैंग के सदस्यों ने फरवरी माह में मुंबई से दिल्ली जा रहे ट्रेन में एक परिवार के साथ अपराधी वारदात को अंजाम दिया था। इस वारदात के बाद से ही गैंग के सरगना राजवीर की सरगर्मी के साथ जीआरपी तलाश में जुट गई थी। राजवीर को पकड़ने के लिए ₹25000 का इनाम भी घोषित कर दिया गया था। अब जाकर जीआरपी आगरा कैंट को सांसी गैंग के सरगना राजवीर को पकड़ने में सफलता हाथ लगी। राजवीर के पकड़े जाने के बाद जीआरपी ने भी राहत की सांस ली और कानूनी कार्रवाई कर राजवीर को जेल भेज दिया।
कैमरे देखा तो गिड़गिड़ाने लगा
थाना जीआरपी आगरा कैंट द्वारा वांछित चल रहे सांसी गैंग के सरगना को गिरफ्तार किया गया। जैसे ही इस सरगना की वीडियो न्यूज़ के लिए मीडियाकर्मी बनाने लगे तो राजवीर गिड़गिड़ाने लगा। कहने लगा कि मेरी फोटो मत लीजिए मुझे चुनाव लड़ना है। हरियाणा से वह चुनाव की तैयारी कर रहा है। जीआरपी ने पकड़ कर उसके पोलिटिकल कैरियर को खत्म कर दिया है लेकिन न्यूज़ में चलते ही उसका पूरा पोलिटिकल कैरियर शुरू होने से पहले ही चौपट हो जाएगा।
कई राज्यों में फैला नेटवर्क
एसपी रेलवे मोहम्मद मुस्ताक के अनुसार सांसी गैंग का नेटवर्क कई राज्यों में फैला है। भले ही इसका सरगना पकड़ में आ गया है लेकिन सांसी गैंग का नेटवर्क पूरी तरह से ध्वस्त नहीं हुआ है। इस गैंग के सदस्य अलग-अलग टुकड़ियों में विभाजित होकर लोगों को अपने गैंग से जोड़ते हैं और फिर चलती ट्रेनों में वारदातों को अंजाम दिया करते हैं। राजवीर की सरगर्मी से तलाश चल रही थी और उस पर ₹25000 का इनाम भी था। इसके अन्य सदस्यों को भी पहले से ही जीआरपी जेल भेज चुकी है। राजवीर वांछित चल रहा था, न्यायालय की ओर से एनबीडब्ल्यू भी जारी था।
Compiled: up18 News
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