आगरा: मुआवजा नहीं मिलने पर जमीन वापसी की मांग को लेकर इनर रिंग रोड पर आंदोलन कर रहे किसानों का धरना-प्रदर्शन छठवें दिन भी जारी है।
लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में होने वाली कैबिनेट की बैठक में जमीन वापसी पर फैसला होना है।
किसानों को मनाने में नाकाम रहे अधिकारी अब कैबिनेट व शासन के निर्देशों का इंतजार कर रहे हैं। तीन दिन से एडीए उपाध्यक्ष व सचिव लखनऊ में हैं। क्षेत्रीय विधायक डॉ. धर्मपाल सिंह पूरे प्रकरण से मुख्यमंत्री को अवगत करा चुके हैं। प्रभावित किसान मुख्यमंत्री से वार्ता पर अड़े हैं। शासन स्तर से कोई वार्ता का संकेत नहीं मिला है।
भारतीय किसान यूनियन भानू गुट के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानू प्रताप सिंह किसानों के धरना स्थल पहुंचे। उन्होंने किसानों को संबोधित कर कहा कि तीन दिन में एडीए ने खतौनी में किसानों का नाम दर्ज नहीं किया तो वह किसानों के साथ लखनऊ कूच करेंगे।
किसान नेता प्रदीप शर्मा, अंशुमन ठाकुर, पवन समाधिया, जयवीर सिंह, गोविंद ठाकुर, सोमवीर सिंह आदि मौजूद रहे। आंदोलन को भारतीय किसान संघ ने भी समर्थन दिया। उन्होंने डीएम से मुलाकात कर किसानों की जमीन वापस कराने की मांग रखी।
इस बीच समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन शुक्रवार को धरना स्थल पर पहुंचे।
उन्होंने किसानों का समर्थन करते हुए कहा कि भाजपा सरकार में किसानों का उत्पीड़न हो रहा है। सरकार किसानों की हितैषी नहीं है। उन्होंने कहा कि स्थानीय जनप्रतिनिधि किसानों की समस्या को लेकर उदासीन हैं। उन्हें किसानों की चिंता नहीं है।
इससे पहले धरने के दौरान बुजुर्गों और महिलाओं की तबीयत बिगड़ने की खबर सामने आई। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, धरने में शामिल प्रेमवती, मिथिलेश, हाकिम सिंह सहित अन्य किसानों की तबीयत बिगड़ी और इलाज के लिए मेडिकल टीम को बुलाना पड़ा। धरने के चलते वहां तैनात पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने मेडिकल टीम भेजी। इसके अलावा, कई प्रशासनिक अधिकारियों ने धरना स्थल का दौरा किया और हालात की जानकारी ली।
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