आगरा। व्यापारियों के संगठित होने के आह्वान के साथ उप्र सहित छह प्रदेशों में राष्ट्रीय व्यापारी पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए चुनावी बिगुल बजा दिया है। लोहामंडी स्थित महाराजा अग्रसेन भवन में आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में उप्र सहित महाराष्ट्र, राजस्थान, पंजाब, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ के पदाधिकारियों ने व्यापारियों राजनैतिक, आर्थिक व समाजिक मुद्दों पर चर्चा करते हुए चुनावी रणनीति तैयार की। निर्णय लिया गया कि उप्र सहित इन छह प्रांतों में राष्ट्रीय व्यापारी पार्टी अपने प्रत्याशी उतारेगी और व्यापारियों के हक व हित की लड़ी लड़ेगी।
कार्यक्रम का शुभारम्भ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के चित्र के समक्ष राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि प्रकाश अग्रवाल ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। कहा कि अपने जज्बे को बनाए रखिए। जिनका जज्बा मर गया वह कुछ नहीं कर सकते। व्यापारियों का समीकरण तभी बनेगा जब राजनीति के क्षेत्र में उनकी मजबूती होगी।
पंजाब से आए राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सरदार वीरेन्द्र सिंह वालिया ने कहा कि अब तक व्यापारियों को सिर्फ वोट बैंक की तरह इस्तेमाल किया गया। संगठित नहीं होंगे तब तक रोते रहेंगे। पार्टी के प्रतार के लिए रथयात्रा निकालने का भी प्रस्ताव रखा गया। राजस्थान के प्रदेशाध्यक्ष किशोर कुमार टॉक ने कहा कि देश को आगे बढ़ाना है तो व्यापारियों को सुविधाएं देनी होंगी।
कार्यक्रम में सर्वसम्मति से राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर रवि प्रकाश अग्रवाल की घोषणा के साथ माला व शॉल पहनाकर उसका स्वागत किया गया। सिर पर पगड़ी पहनार सभी पदाधिकारियों व सदस्यों ने शुभकामनाएं दीं। आज 100 से अधिक नए सदस्य भी बनाए गए। आगरा में 100 से अधिक और पांच प्रांतों को मिलाकर 1500 से अधिक सदस्य हैं। सभी लोगों को 21-21 सदस्य बनाने का लक्ष्य दिया गया।
ये प्रस्ताव रखे गए
1- राष्ट्रीय व्यापारी सुरक्षा आयोग का गठन राष्ट्रीय व्यापारी पार्टी करेगी। यदि किसी फैक्ट्री, उद्योग या दुकान पर दुर्घटनावश किसी कर्मचारी की मौत पर व्यापारी के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही का पार्टी विरोध करती है। हम इसे समाप्त करेंगे। व्यापारियों की समस्याओं के लिए भी राष्ट्रीय व्यापारी आयोग कार्य करेगा।
2- ऑनलाइन व्यापार के कारण रीटेल व्यापार चौपट और तबाह हो रहा है। सरकारे आंख मूंद कर बैठी हैं। सभी दुकानदार व्यापारी भाई इसका समाधान चाहते हैं ताकि बाजार पहले की तरह तेजी से चल सके। सरकार के सहयोग के बिना यह सम्भव नहीं।
3- 60 वर्ष के व्यापारियों को पेंशन सराकारी व्यापारी 60 वर्ष तक सरकार को अपनी सेवाएं देते हैं, बदले में वेतन लेते हैं। 60 वर्ष बाद रिटार्यमेंट के बाद पेंशन शुरु हो जाती है। व्यापारी ताउम्र मेहनत करता है। उसे तनख्वाह नहीं मिलती। सरकार को टैक्स भी देता है। व्यापारी भी पेंशन का हकदार है।
4- दुकानदार व्यापारियों को ऋण माफ किसानों को करोड़ों का ऋण माफ सकती है, सरकार तो व्यापारियों का क्यों नहीं।
5- छोटे व्यापारियों व दुकानदारों को 2000 यूनिट बिजली वर्ष में फ्री मिलनी चाहिए।
6- रजिस्ट्री फ्रीः यदि व्यापारी दुकान खरीदता है तो उस पर रजिस्ट्री शुल्क नहीं होना चाहिए। जिस दिन से व्यापारी कार्य शुरु करता है उसी दिन से केन्द्र व राज्य दोनों का जीएसटी के रूप में पैसा भरता है। व्यापारी जब तक दुकान चलाएगा तब तक रोज टैक्स की कमाई देगा। इसलिए दुकान की रजिस्ट्री फ्री होनी चाहिए। इससे नई दुकान खोलने में व्यापारियों को मदद और सरकार की कमी बढ़ेगी।
इस अवसर पर मुख्य रूप से राष्ट्रीय प्रधान महासचिव संजीव कुमार वार्ष्णेय, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष रवि मोहन, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हरिशंकर गुप्ता, राष्ट्रीय अध्यक्ष (युवा) मनोज पोरवाल, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष (महिला) गीता सरपाल, प्रदेश प्रभारी श्रीविजय देव सेना, राष्ट्रीय महासचिव व पंजाब प्रभारी डॉ. ओंकार सिंह, प्रदेश प्रभारी महाराष्ट्र राजेन्द्र खंडेलवाल, प्रदेश महामंत्री राजस्थान मुकुल जैन, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुरेन्द्र वालिया, प्रदेश उपाध्यक्ष झामनचंद टेकचंदानी, प्रदेशाध्यक्ष उप्र रामकिश अग्रवाल, युवा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, मनोज पोरवाल, प्रदेश अध्यक्ष (उप्र) रामकिशन अग्रवाल, प्रदेश प्रधान महामंत्री डॉ. विकास गुप्ता, प्रदेश महामंत्री (राज) मुकुल जैन, प्रदेश कोषाध्यक्ष (राज) गुलशन भाटिया, प्रदेश सचिव एवं पूर्वांचल प्रभारी गोविन्द यादव, प्रदेश कोषाध्यक्ष (उप्र) राकेश गुप्ता, प्रदेश उपाध्यक्ष (उप्र) पूरनचंद वर्मा, प्रदेश मीडिया प्रभारी उप्र सतेन्द्र राजपूत, प्रदेश महासचिव युवा, सुभाष चंद्र गुप्ता व आयोजन समिति के जिलाध्यक्ष आगरा राकेश गुप्ता, शहराध्यक्ष विनय पुरवाल, शहर अध्यक्ष (महिला) कल्पना अग्रवाल, राजेन्द्र प्रसाद प्रधान, राजू यादव, कुंवर पाल सिंह आदि उपस्थित रहे।