Agra News: बेटे के कालेज से परीक्षा सेंटर हटाए जाने पर विधायक बाबूलाल को आया गुस्सा, समर्थकों समेत पहुंच गए विश्वविद्यालय

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आगरा: फतेहपुर सीकरी क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के विधायक चौधरी बाबूलाल इन दिनों अपने तेवरों को लेकर चर्चा में बने हुए हैं। विगत दिनों उन्होंने पंचायती राज सम्मेलन में मंच पर स्थान न दिए जाने पर हंगामा कर दिया था। शुक्रवार को वे अपने समर्थकों के साथ डॉ भीमराव अंबेडकर विश्व विद्यालय पहुंच गए और अपने बेटे के कॉलेज का सेंटर बदले जाने पर नाराजगी जताई।

विधायक चौधरी बाबूलाल के बेटे रामेश्वर चौधरी के कालेज का पहले दिन की परीक्षा कराने के बाद गुरुवार रात 11.30 बजे केंद्र बदल दिया गया। इस पर विधायक ने कुलपति प्रो. आशु रानी से शिकायत की और परीक्षा नियंत्रक डॉ. ओम प्रकाश के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। विधायक ने यूनिवर्सिटी की वीसी से कहा कि सेंटर बदलने से करीब 300 छात्रों की परीक्षा छूट गई।

बता दें कि विश्वविद्यालय की 21 नवंबर से शुरू हुई सेमेस्टर परीक्षा 23 दिसंबर तक चलेगी। इसमें 2.79 लाख छात्र शामिल हो रहे हैं। विश्वविद्यालय ने परीक्षाओं के लिए चार जिलों में 283 परीक्षा केंद्र बनाए हैं। विधायक के बेटे रामेश्वर चौधरी के कॉलेज चौधरी रघुनाथ सिंह महाविद्यालय में तीन कॉलेज का सेंटर आया था। गुरुवार को पहले दिन की परीक्षा कराई गई, लेकिन अगले दिन सेंटर बदल दिया गया।

विधायक के बेटे के कॉलेज का सेंटर सीके महाविद्यालय किरावली में गया था। पहले दिन ही परीक्षा इसी कॉलेज में हुई। उधर, रात 11 बजे तक तीन कॉलेजों के सेंटर चौधरी रघुनाथ सिंह महाविद्यालय में थे, लेकिन सुबह जब कॉलेज का स्टाफ नोडल केंद्र पर पेपर लेने पहुंचा तो बताया गया कि सेंटर खत्म कर दिया गया है। इसका पता चलने पर विधायक चौधरी बाबूलाल कुलपति प्रो. आशु रानी के खंदारी परिसर के आवास पर पहुंच गए।

विश्वविद्यालय ने ऐसा और कॉलेजों के साथ भी किया। गुरुवार को कलावती देवी महाविद्यालय को दो कॉलेजों का सेंटर बनाया था। कॉलेज संचालक के अनुसार, यूनिवर्सिटी ने ठा. तेजसिंह महाविद्यालय और गणपति डिग्री कॉलेज की परीक्षा पहले दिन कराई। गुरुवार शाम सात बजे यूनिवर्सिटी ने केंद्र से दोनों कॉलेजों को हटा दिया। डॉ. बीपीएस कॉलेज को केंद्र बना दिया।

कुलपति डा. आशु रानी ने वार्ता के दौरान विधायक चौधरी बाबूलाल से कहा कि वे इससे अनभिज्ञ हैं। परीक्षा केंद्रों का निर्धारण परीक्षा नियंत्रक के स्तर से होता है। वे यह जांच कराएंगी कि एक पेपर होने के बाद परीक्षा केंद्र क्यों बदला गया। उन्होंने इस गड़बड़ी को दुरुस्त कराने की बात भी कही।

इधर डा. रामेश्वर चौधरी, जो कि विधायक चौधरी बाबूलाल के प्रतिनिधि भी हैं ने कहा कि यह काम परीक्षा नियंत्रक का न होकर, राजनीतिक साजिश का है। दबाव देकर यह काम कराया गया है। उन्होंने कहा कि जिन्हें हमसे लड़ना है, सामने आकर लड़ें। छात्र-छात्राओं को क्यों बलि का बकरा बनाया जा रहा है।


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