आगरा: अक्सर अपने ताजमहल के अंदर पूजा अर्चना करते हुए या फिर नमाज अदा करते देखा होगा और उसकी वीडियो भी कई देखे होंगे लेकिन क्या आपने देखा है कि किसी विशेष समुदाय के परिवार ने हिंदू मंदिर में जाकर नमाज अदा कर दी हो। सुनने में बड़ा अटपटा लगता है लेकिन हकीकत है यह घटना ताजमहल के निकट स्थित एक हिंदू मंदिर में हुई।
जहां एक ईरानी पर्यटक परिवार ने नमाज अदा की थी इस पर लोगों ने एतराज जताया हंगामा हुआ और फिर हंगामा की सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने जानकारी की। ईरानी पर्यटक का कहना था कि उन्हें नहीं पता था कि यह मंदिर है। साफ जगह देखकर उन्होंने नमाज पढ़ी। ईरानी पर्यटक ने इस पर माफी मांगी है।
घटना रविवार की बताई जा रही है। ईरान से आए एक परिवार को ताजमहल के पूर्वी गेट पर एक मंदिर में नमाज पढ़ते हुए देखा गया। लोगों ने आपत्ति जताई। हंगामा शुरू हुआ तो पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और उनके पासपोर्ट आदि की जांच की। ईरानी परिवार ने बताया कि उनसे गलती हो गई है। वे ताजमहल के बाहर निकले तो बहुत भीड़ थी। वो नमाज के लिए साफ जगह की तलाश कर रहे थे। लेकिन लोग सड़क पर ही थूक रहे थे। गंदगी थी। पूर्वी गेट के पास उन्हें एक साफ जगह दिखाई दी। परिवार के पुरुष ने उस साफ जगह पर नमाज पढ़ी। जबकि मां और बेटी बाहर खड़े रहे।
उनका कहना था कि मंदिर का दरवाजा खुला हुआ था, अंदर कोई नहीं था। बाद में उन्हें जानकारी दी गई कि यह मस्जिद नहीं बल्कि मंदिर है। पिता और बेटी ने माफी मांगते हुए कहा कि वो धार्मिक भावनाओं को आहत नहीं करना चाहते थे। उन्हें जानकारी नहीं थी कि यह मंदिर है। ईरानी पर्यटकों के माफी मांगते हुए का एक वीडियो भी सामने आया है।
एसीपी सैय्यद अरीब अहमद का कहना है कि ईरानी परिवार ने लिखित माफी नामा दिया है। पिता, मां और बेटी ईरान की यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं। तीनों को जानकारी नहीं थी कि यह मंदिर है। वे काफी शर्मिंदा थे। उनके पासपोर्ट आदि की भी जांच की गई थी।