आगरा: रास्ते के विवाद को लेकर सदर थाना क्षेत्र के राजपुर चुंगी में हुए गोली कांड में युवक की जान इसलिए बच गई क्योंकि उसके शर्ट के ऊपर वाली जेब में मोबाइल रखा हुआ था। एक मोबाइल ने इस घायल युवक की जान बचा ली। अभियुक्त ने उसके दिल के पास गोली मारी थी लेकिन उसकी जेब मे रखे मोबाइल में गोली लगी जिससे उसकी तीव्रता कम हुई और वह दूसरी डायरेक्शन में मुड़कर शरीर के अन्य भाग में लग गयी। अगर यह गोली युवक के दिल में या दिल के पास लगती तो उसकी जान को खतरा और ज्यादा बन जाता।
रास्ते को लेकर हुआ था विवाद
घटना मंगलवार सुबह सुबह नौ बजे के आसपास की बताई जा रही है। राजेश्वर मंदिर के पास गली नंबर चार में रहने वाले विशाल की उपाध्याय टेंट हाउस के नाम से दुकान है। विशाल अपने चाचा श्रीनिवास के साथ राजेश्वर मंदिर के पास स्थित गोपी नगर कालोनी में अपने भूखंड पर गए थे। विशाल उपाध्याय के परिजनों ने बताया सामने रहने वाला दिनेश पाठक ने उन्हें रोक लिया। वह विशाल और श्रीनिवास को अपने घर के सामने से निकलने काे लेकर एतराज करने लगा।इसे लेकर विशाल और दिनेश पाठक के बीच कहासुनी होने लगी।
आरोपियों ने कर दी फायरिंग
घायल पक्ष के लोगों ने बताया कि आरोपित दिनेश पाठक पक्ष के लोगों ने दोनों पर हमला बोल दिया और मारपीट करने लगे। इसी बीच दिनेश पाठक तमंचा लेकर आया और विशाल उपाध्याय और श्रीनिवास पर गोलियां चलाने लगा। श्रीनिवास के पेट में गोली मार दी, वहीं विशाल का सिर फाड़ कर लहूलुहान कर दिया।
मोबाइल ने बचा ली जान
युवक के बेटे का कहना है कि अगर पापा का मोबाइल ऊपर वाली जेब में नहीं रखा होता तो शायद गोली उनके दिल में या उसके आसपास जाकर लगाती जिससे उनकी जान को और ज्यादा खतरा बन जाता। गोली लगने से मोबाइल भी पूरी तरह से चकनाचूर हो गया है लेकिन उनके पिता की जान जरूर बच गई है।