आगरा: थाना हरिपर्वत क्षेत्र में दिल्ली गेट स्थित सरकार नर्सिंग होम में छत पर बाबा साहब डा भीमराव आंबेडकर और भगवान बुद्ध की फोटो लगी फ्लोर टाइल्स देख शुक्रवार को भीम आर्मी और बहुजन समाज पार्टी के कार्यकर्ता भड़क गए। कार्यकर्ताओं की भीड़ ने हंगामा शुरू कर दिया। नाराज कार्यकर्ताओं की पुलिस से भी नोक-झोंक हो गई। धक्का-मुक्की में कुछ पुलिसकर्मियों की वर्दी फट गई। इसके बाद पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया।
दर्जनों कार्यकर्ताओं ने न सिर्फ नर्सिंग होम के बाहर प्रदर्शन किया, बल्कि पुलिस से धक्का-मुक्की भी की। गुस्साई भीड़ ने चौकी प्रभारी के बैज और नेमप्लेट तक उखाड़ दिए।
आक्रोशित कार्यकर्ताओं का कहना था, जिन बाबा साहब ने इस देश के संविधान की रचना की और जिन भगवान बुद्ध ने मानवता का संदेश दिया, उनके चित्रों को फ़र्श पर लगाना न केवल शर्मनाक है, बल्कि करोड़ों दलितों की भावनाओं का सीधा अपमान है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
नर्सिंग होम पर प्रदर्शन की सूचना मिलने पर थाना हरीपर्वत पुलिस मौके पर पहुंची। भीड़ को काबू करने की कोशिश में बसपा और भीम आर्मी कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प हुई। आक्रोशित भीड़ ने चौकी प्रभारी का बैज और नेमप्लेट खींच लिए। तीखी बहस, धक्का-मुक्की और नारेबाजी देर तक चलती रही।
बाद में बसपा नेता और भीम आर्मी कार्यकर्ता बड़ी संख्या में थाना हरिपर्वत पहुंचे और नर्सिंग होम प्रबंधन के खिलाफ लिखित तहरीर दी। उन्होंने साफ कहा कि अगर तीन दिन के भीतर टाइल्स हटाकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं हुई, तो सड़क से लेकर विधान सभा तक आंदोलन छेड़ दिया जाएगा। प्रदर्शन का नेतृत्व अजयशील गौतम समेत अन्य नेताओं ने किया।
एसीपी विनायक भोंसले ने मीडिया को बताया कि दिल्ली गेट स्थित सरकार नर्सिंग होम में हंगामे की सूचना मिली थी। पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है। मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी।
एडिशनल डीसीपी ने बयान जारी करते हुए कहा कि जांच के बाद जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदर्शन के दौरान पुलिस से हुई बदसलूकी पर भी सीसीटीवी फुटेज के आधार पर गिरफ्तारी होगी।