आगरा: पुराने शहर के सर्राफा बाजार में मंगलवार शाम बड़ा हादसा हो गया। किनारी बाजार के निकट स्थित नमक की मंडी में ढलाई की फैक्ट्री में ब्लास्ट हो गया। इसमें दो कारीगरों की मौत हो गई।
बताया गया है कि नमक मंडी चौराहे के निकट महल कॉम्प्लेक्स में सिल्वर प्लांट की गैस लीकेज होने के बाद ये धमाका हुआ। धमाके से बाजार में अफरातफरी मच गई, दुकानदारों ने धड़ाधड़ अपनी दुकानों के शटर गिरा दिए। पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि चांदी गलाते समय गैस की चपेट में आकर तीन कारीगर गंभीर रूप से घायल हो गए, उन्हें एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया। दो की मौत हो गई। मृतकों के नाम रवि और आकाश हैं। उनके परिजनों को सूचित कर दिया गया है। एक गंभीर रूप से घायल है। हादसे के बाद बाजार में भीड़ लग गई।
गौरतलब है कि शहर में पंद्रह दिन के भीतर यह दूसरा हादसा है। 14 दिन पहले भी एक दवा फैक्ट्री में भीषण आग लग गई थी। आग इतनी भीषण थी कि सिर्फ 1.50 मिनट में फैक्ट्री का बड़ा हिस्सा चपेट में आ गया। जिस वक्त घटना हुई, उस वक्त पांच सौ से ज्यादा कर्मचारी अंदर थे। आग लगने से वहां भगदड़ मच गई। कर्मचारी भागकर बाहर आए।
थाना कोतवाली के नमक की मंडी सर्राफा बाजार स्थित महल शॉपिंग कांप्लेक्स में मंगलवार शाम को चांदी सफाई के प्लांट में केमिकल गैस के रिसाव से दो कारीगरों की मृत्यु हाे गई। कारखाना मालिक के बेटे की हालत बिगड़ गई। हादसा प्लांट में रसायन से चांदी की पायलों को साफ करते समय हुआ।
गैस की चपेट में आए कारखाना मालिक के पुत्र को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसकी हालत गंभीर बताई गई है। कैमिकल गैस के रिसाव से कांप्लेक्स में अफरातफरी मच गई, व्यापारी दुकानें छोड़कर भाग गए। राहगीरों को भी सांस लेने में दिक्कत होने लगी, जिससे वे दहशत में आ गए। पुलिस का कहना है कि प्लांट में कैमिकल रिएक्शन के चलते जहरीली गैस बनी।
हादसा शाम सवा सात बजे हुआ। जयपुर हाउस निवासी मुरारी लाल वर्मा का महल शॉपिंग कांप्लेक्स में तीसरी मंजिल पर चांदी सफाई का प्लांट है। इसके बराबर में मुरारीलाल का कार्यालय है। मंगलवार को कारीगर जिले के ही बरौली अहीर क्षेत्र निवासी रवि और सेवला क्षेत्र निवासी आकाश प्लांट में चांदी की सफाई कर रहे थे। मुरारीलाल पुत्र अजय वर्मा के साथ बैठे थे।
एसीपी मयंक तिवारी ने बताया कि प्लांट में चांदी की सफाई में कई रसायनों का प्रयाेग होता है। कारीगरों द्वारा प्लांट में रसायनों का मिश्रण करने के दौरान तेजी से गैस बनने लगी। इससे कारीगरों की हालत बाहर बिगड़ गई। वह दुकान से बाहर की ओर भागे, कुछ दूर जाकर गैलरी में गिर गए। कारीगरों की आवाज सुन अजय भी वहां पहुंच गए। वह भी वहीं गिर गए। तीनों को गिरता देख कांप्लेक्स में अफरातफरी और दहशत फैल गई। व्यापारी दुकानें बंद करके भाग गए।
मुरारीलाल बेटे को वहां से किसी तरह निकालकर बाहर लाए। गैस के प्रभाव के चलते काफी देर तक लोग गैलरी में पड़े कारीगरों के पास जाने का साहस नहीं जुटा सके। सूचना पर पुलिस पहुंची, रवि और आकाश को एसएन मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी लेकर गई। वहां दोनों को मृत घोषित कर दिया। एसीपी ने बताया कि प्लांट के पास केमिकल की दो कट्टियां मिली हैं। इन्हें कब्जे में लिया गया है। इनकी जांच से पता चलेगा कि कौन सा रसायन प्रयोग किया गया था।
हादसे के बाद, निम्नलिखित सवाल उठ रहे हैं:
क्या प्लांट में सुरक्षा मानकों का पालन किया जा रहा था?
क्या कारीगरों को सुरक्षात्मक उपकरण दिए गए थे?
क्या प्लांट में रसायनों का भंडारण सुरक्षित तरीके से किया गया था?
प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं।
यह हादसा एक बार फिर औद्योगिक इकाइयों में सुरक्षा मानकों की अनदेखी पर सवाल खड़ा करता है।
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