आगरा। भारत के संविधान निर्माता, बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर जयंती की पूर्व संध्या पर फतेहपुरसीकरी सांसद राजकुमार चाहर ने विलासगंज कलवारी में बाबा साहब की प्रतिमा की साफ-सफाई कर माल्यार्पण तथा दीप प्रज्ज्वलित करते हुए कहा यह पहल बाबासाहब के प्रति सम्मान और उनके योगदान को याद करने का भी एक प्रयास होगा।
उन्होंने कहा कि डॉ भीमराव अंबेडकर अपने पूरे जीवन में समाज के अंतिम पंक्ति में बैठे व्यक्ति के सम्मान और अधिकारों के लिए लड़ते रहे। सबके साथ समान व्यवहार, समान न्याय व सबके पास समान अधिकार हो, इसके लिए बाबासाहेब पहले दिन से ही संघर्ष करते रहे।
उन्होंने कहा कि दलितों और वंचितों को समान अधिकार दिलाने और संविधान के माध्यम से लोकतंत्र को सशक्त बनाने में बाबा साहेब का योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता। कांग्रेस ने हमेशा ही बाबा साहब को सम्मान देने की बजाय उनका अपमान करने का काम किया है।
सांसद चाहर ने कहा कि भाजपा ने ही बाबा साहब को हमेशा सम्मान देने का कार्य किया है। भारत सरकार द्वारा बाबा साहब से जुड़े पांच स्थानों को पंच तीर्थ के रुप मे विकसित किया जा रहा है । इसमें मध्यप्रदेश का महू जहां बाबा साहेब का जन्म हुआ, उनके जन्म स्थली के रूप में विकसित की जा रही है ।
दूसरी दीक्षा भूमि नागपुर , तीसरी मुम्बई का इंदुमिल , चौथा लंदन का वह घर जहां बाबा साहब ने रह कर वकालत की शिक्षा ली, उसे भारत सरकार खरीद कर विकसित कर रही है। पांचवाँ दिल्ली के हलीपुर में वो घर जहां बाबा साहब ने अंतिम सांस ली, उस स्थान को भारत सरकार संविधान निर्माता के स्मृति के रूप में विकसित कर रही है।
इस दौरान पूर्व विधायक कालीचरण सुमन, उपेंद्र सिंह, सोनू दिवाकर, लाल सिंह लोधी, शशांक त्यागी, केशव, सतेंद्र यादव, पदम सिंह, सत्यप्रकाश लोधी, जय सिंह छौंकर आदि उपस्थित रहे।